Cryptocurrency in India: वित्तमंत्री के बजट भाषण के बाद इतना तो साफ हो गया है कि भारत में अब वर्चुअल एसेट (Virtual Asset) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. इतना ही नहीं, क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा.

आपके बैंक अकाउंट पर नया खतरा! रिपोर्ट में हुआ क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 बड़ा खुलासा

जैसे-जैसे दुनिया टेक्नोलॉजी के माध्यम से वर्चुअल वर्ल्ड पर शिफ्ट हुई है वैसे-वैसे ही ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में भी तेज वृद्धि आई है. शायद आने वाले समय में लूटने का वो तरीका खत्म ही हो जाएगा, जब हथियार की मदद से सड़क किनारे या आपके घर में घुसकर बदमाश पैसों या अन्य चीजों पर हाथ साफ कर दिया करते थे. क्योंकि डिजिटल के इस नए दौर में स्कैमर्स फ्रॉड को अंजाम एक बंद कमरे से ही दे देते हैं. 2020 में कोविड-19 महामारी के आने के बाद से ऑनलाइन फ्रॉड काफी बढ़ रहे हैं.

आलम यह है कि इससे आम आदमी तो छोड़िये मशहूर हस्तियां भी नहीं बच पा रही हैं. इसी के मद्देनजर सैन जोस (अमेरिका) स्थित कंप्यूटर सुरक्षा सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee ने अब 2023 के लिए खतरे की भविष्यवाणी की है और चार प्रमुख ऑनलाइन फ्रॉड का खुलासा किया है, जिनकी अगले साल बढ़ने की उम्मीद है.

यह क्रिप्टो कॉइन खरीद लो, 2023 में करोड़पति बन जाओगे!

दोस्तों भारत में नहीं पूरे दुनिया में एक क्रिप्टो कॉइन ने तहलका मचा रखा है, फिलहाल इस पोस्ट के लिखे जाने तक बड़े-बड़े जानकार और विशेषज्ञ मान रहे हैं, कि shiba inu की प्राइस ओवरवैल्यूड बता रहे हैं, इसका RSI ही 92 हो चुका है,व इसकी कीमत बहुत अधिक बढ़ चुकी है, विशेषज्ञों में बहुत से लोगों का इस कॉइन के बारे में अधिकतर यही राय है, कि shiba inu की प्राइस अब घटने वाली है, लेकिन प्रत्येक दिन यह कोई लोगों की सोच से विपरीत, हर रोज 25 परसेंट के लगभग तेजी दिखा रहा है, व लगातार ही बढ़ता जा रहा है।

क्या शीबा इनु कोई में निवेश करना सही है?

दोस्तों अगर आप निवेश की दृष्टि से देखें और निवेश के नियमों को ध्यान में रखें तो यह कोई फिलहाल निवेश करने के लिए बहुत महंगा है, क्योंकि इसको इन ने लोगों की उम्मीद से विपरीत इतनी अधिक तेजी दिखाई है, जो कि अविश्वसनीय लग रही है, लेकिन अगर आप रिस्क लेना चाहते हैं, और अगर आप अपने पैसों को बहुत अधिक मुनाफा कमाने के लिए लगाना चाहते हैं, तो आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि, इसमें आपका पूरा पैसा डूब भी सकता है, आपको कुछ नुकसान भी हो सकता है, इसलिए सही तो यह रहेगा कि आप कुछ इंतजार करें एवम् इसकी कीमतें स्टेबल होने के पश्चात इसमें निवेश करें!

शीबा इनु कॉइन में कैसे निवेश करें?

शीबा इनु कोइन में निवेश करने के लिए आपको एक क्रिप्टो अकाउंट चाहिए होगा, जिसके लिए आपको यहां पर हम लिंक दे रहे हैं, इस पर क्लिक करके आप अपना क्रिप्टो अकाउंट खोल सकते हैं, इसके माध्यम से आप सो रुपए में क्रिप्टो कॉइन खरीदने की शुरुआत कर सकते हैं? लेकिन आप यह पूरी तरीके से ख्याल रखें कि, यह बहुत ही रिस्की होता है,एवम इसमें आपका कीमती पैसा डूब सकता है, या आपको आर्थिक नुकसान भी इसमें हो सकता है ,तो इन सब के लिए भी आप तैयार रहिए, एवम् कोशिश करके आप cryptocurrency Coins में निवेश करें और हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश करें, ताकि आप क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 को बड़ा नुकसान ना हो!

shiba inu कॉइन का प्राइस कितना चल रहा है?

दोस्तों shiba inu कोइन की कीमतें लगातार बढ़ रही है, और अगर आप इस कॉइन की कीमत को देखना चाहते हैं तो,आप हमारी वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर जाकर इसकी लाइव कीमत जान सकते हैं।

shiba inu क्रिप्टो कॉइन के बारे में लाइव न्यूज़ अपडेट।

shiba inu कोइन के बारे में अभी लोगों ने कैंपेन चला रखा है कि, इस सिबा इनु कोइनको रोबिन्हुड एक्सचेंज पर लिस्ट किया जाए , लोगों की इस प्रकार से रुचि को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि, इसको इनमें बहुत ज्यादा न्यूज़ होने के कारण यह क्रिप्टोकरंसी बहुत अधिक तेजी से बढ़ रही है, इसकी कीमत बहुत अधिक तेजी से बढ़ रही है, अगर आपने इसके शुरुआती समय में इसमें निवेश किया होता तो, आपको लाखों करोड़ों रुपए का फायदा अब तक हो चुका होता, लेकिन फिर भी आप इसकी कीमतें कुछ स्टेबल हो जाने के पश्चात इसमें निवेश करें,फिलहाल इसमें न्यूज़ यह है कि, इसको इनको रोबिन्हुड एक्सचेंज पर लिस्ट करने के लिए खबरें क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 आ रही है, जिसके कारण से इसमें इतनी कीमती पंप हो रही हैं, व यह लगातार तेजी क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 दिखा रहा है, लेकिन इसकी पूर्ण निश्चितता अभी तक साबित नहीं हो पाई है, न्यूज़ के बेस पर ही यह कॉइन अब तक कितना चला है तो, यह कहा जाना कि, यह कोई रोबिन्हुड पर ही लिस्ट हो जाएगा, यह अभी जल्दी होगी, क्योंकि इसका फैसला अब तक होना बाकी है, अगर यह कोई रोबिनवुड एक्सचेंज पर लिस्ट नहीं हुआ तो, इसकी कीमतें आने वाले समय में गिर भी सकती हैं।

वित्त वर्ष 2023 में हो रहे इन बदलावों पर दें ध्यान

रिलेटेड-पार्टी ट्रांजेक्शन (आरपीटी) से संबंधित नए प्रावधान 1 अप्रैल 2022 से प्रभावी हो रहे हैं। हालांकि कुछ संशोधन 1 अप्रैल 2023 से लागू होंगे। बाजार नियामक सेबी ने प्रमुख सीमाओं, सहायक कंपनियों के साथ लेनदेन और दो विदेशी सहायक इकाइयों के बीच लेनदेन के लिए मंजूरी के बारे में मानक सख्त बनाए हैं। मौजूदा समय में कंपनियों को संबद्घ पक्षों के साथ बड़े सौदे करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी लेने की जरूरत होती है, यदि सौदा सूचीबद्घ इकाई के सालाना कारोबार के 10 प्रतिशत से ज्यादा का हो। 1 अप्रैल से, यह सीमा 1,000 करोड़ रुपये या 10 प्रतिशत होगी, जो भी कम हो। इस कदम से बड़ी कंपनियां संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि इससे उनका अनुपालन झंझट बढ़ जाएगा और उन्हें बार बार शेयरधारकों की मंजूरी लेने की जरूरत होगी।

1 अप्रैल के बाद पेश किए जाने वाले आईपीओ में 2 लाख रुपये और 10 लाख रुपये के बीच निवेश करने वालों के लिए एचएनआई यानी अमीर निवेशकों के लिए सब-कोटा तय किया जाएगा। इसके अलावा, एंकर श्रेणी के तहत आवंटित 50 प्रतिशत शेयरों के लिए लॉक-इन अवधि 90 दिन की होगी, जो 30 दिन के मुकाबले ज्यादा है। इसके अलावा निर्गम से प्राप्त राशि 35 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होगी। नए नियमों से आईपीओ परिदृश्य में बदलाव आएगा।

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

क्रिप्टो करेंसी के प्रकार (Types Of Crypto Currency)

वर्तमान समय में लगभग 1 हजार से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उपलब्ध क्रिप्टो करेंसी क्या है 2023 हैं, परन्तु इनमें से कुछ क्रिप्टो करेंसी ऐसी है, जिनका उपयोग सबसे अधिक किया जा रहा है, इनके नाम इस प्रकार है-

बिटकाइन (Bitcoin)

बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है, मुख्य रूप से इसका उपयोग बड़े-बड़े सौदो में किया जाता है|

सिया कॉइन (Sia Coin)

सिया कॉइन को एससी के नाम से भी जाना जाता है, ग्रोथ करने के मामले में बिटकॉइन के बाद सियाकॉइन का नंबर आता है |

लाइटकॉइन (Lite Coin)

लाइटकॉइन का अविष्कार वर्ष 2011 में चार्ल्स ली द्वारा किया गया था, यह क्रिप्टोकरेंसी भी बिटकॉइन की तरह ही हैं, जोकि डीसेंट्रलाइज्ड भी हैं और साथ ही पीर टू पीर टेक्नोलॉजी के तहत कार्य करती हैं |

रेटिंग: 4.22
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 344