शेयर बाजार में कल Diwali की छुट्टी, फिर भी होगी 1 घंटे की Muhurat Trading

Muhurat Trading 2022: ऐसी मान्यता है कि दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेश करने से समृद्धि आती है और पूरे साल इन्वेस्टर्स पर धन बरसता है. पुराने डाटा को देखें तो पता चलता है कि इस विशेष सेशन में निवेशक मूल्य-आधारित स्टॉक्स की खरीदारी करते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं.

दिवाली के मौके पर शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की पुरानी परंपरा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 23 अक्टूबर 2022, 4:32 PM IST)

शेयर बाजार (Stock Market) में कल 24 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर छुट्टी (Diwali Holiday) रहेगी. लेकिन निवेशकों को छुट्टी के दिन भी एक घंटे के लिए ट्रेडिंग करने का मौका मिलेगा. जी हां, स्टॉक मार्केट में दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा है, जिसके तहत घंटे भर के लिए मार्केट को ओपन किया जाता है. ये एक परंपरा के तौर पर लंबे समय से जारी है.

मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पुरानी

Diwali का पर्व हिंदू नव वर्ष कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है. पूरे भारत में इस उत्सव को धन, समृद्धि और सौभाग्य के स्वागत के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है. ऐसे में शेयर बाजार इन्वेस्टर्स (Share Bazar Investors) भी इस दिन को निवेश की शुरुआत करने के लिए बेहद खास मानते हैं और एक घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) में जमकर दांव लगाते हैं. निवेशकों का मानना है कि इस दिन इन्वेस्टमेंट करके पूरी साल फायदा होता है. इसी धारणा के चलते सालों से शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा चल रही है.

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इस समय पर खुलेगा बाजार

स्टॉक एक्सचेंज दिवाली की छुट्टी के दिन सोमवार 24 अक्टूबर 2022 को शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक एक घंटे के विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेंगे. ब्लॉक डील सेशन 5.45 बजे से 6 बजे तक रहेगा, जबकि प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से लेकर 6.08 बजे तक होगा. पुराने आंकड़ों को देखें तो शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान जोरदार तेजी देखी जाती रही है. इस बार भी उम्मीद है कि इस विशेष ट्रेडिंग में सेंसेक्स 60 हजार के पार निकलेगा.

2021 पर बाजार रहा था गुलजार

पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 104.25 अंक चढ़कर 59,307.15 के स्तर पर बंद हुआ था. बीते साल 4 नवंबर, 2021 को दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया गया था. इस एक घंटे के सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 60 हजार के ऊपर पहुंच गया था. मुहुर्त ट्रेडिंग पर सेंसेक्स 60,067 अंकों के स्तर पर, जबकि निफ्टी 17,921 के लेवल पर बंद हुआ था.

एक्सपर्ट्स की सलाह आएगी काम

मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयरों में निवेश को लेकर कुछ खास बातों का ध्यान रखने से आप घाटे में नहीं रहेंगे, बल्कि जैसा सोचा है उसी हिसाब से मुनाफा मिल सकता है. इसके लिए शेयर बाजार एक्सपर्ट्स ने टिप्स क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट? बताए हैं. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश के मूल सिद्धांतों के साथ बने रहें और कम अवधि में त्वरित रिटर्न के लिए जल्दबाजी में निर्णय बिल्कुल भी न लें. उन्होंने निवेशकों को मध्यम से लंबी अवधि के निवेश की सलाह दी है.

पांच दशक से ज्यादा पुरानी परंपरा

Stock Market में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक से ज्यादा पुरानी है. मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 1957 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 1992 में शुरू हुआ था. विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है. अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदने को तरजीह देते हैं, हालांकि आमतौर पर ये इन्वेस्टमेंट काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं.

शेयर बाजार में क्या होती है Muhurt Trading, निवेशक क्यों मानते हैं इसे बेहद शुभ?

Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार में निवेश करने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है. इस दिन का इंतजार निवेशक साल भर करते हैं. इसके पीछे बेहद खास धारणा है. हर साल की तरह इस साल भी दिवाली पर शेयर बाजार में दांव लगाने की तैयारी इन्वेस्टर्स कर रहे हैं.

मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन निवेश को शुभ मानते हैं इन्वेस्टर्स

दीपक चतुर्वेदी

  • नई दिल्ली,
  • 19 अक्टूबर 2022,
  • (अपडेटेड 19 अक्टूबर 2022, 8:03 AM IST)

देशभर में दिवाली (Diwali) की धूम शुरू हो चुकी है और रोशनी के इस त्योहार में कुछ ही दिन बाकी हैं. भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में दिवाली के दिन भले ही छुट्टी रहती है, लेकिन इस दिन बाजार फिर भी एक घंटे के लिए खुलता है. दरअसल, शेयर मार्केट में दिवाली पर खास ट्रेडिंग की परंपरा काफी पुरानी है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) के नाम से जाना जाता है. इस ट्रेडिंग के लिए विशेष तौर पर बाजार को ओपन किया जाता है.

एक घंटे के लिए खुलता है बाजार
Muhurat Trading के दौरान इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की पुरानी परंपरा को निभाते हैं. यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है. इस बार दिवाली 24 अक्टूबर, 2022 को पड़ रही है. इस दिन बाजार में शाम 6.15 से 7.15 मिनट तक मुहूर्त ट्रेडिंग की जा सकती है. बता दें शाम 6 बजे से लेकर 6.10 बजे तक प्री-ओपन ट्रेडिंग सेशन का सत्र होगा.

पांच दशक से ज्यादा पुरानी परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक से ज्यादा पुरानी है. मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बॉम्बे क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट? स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 1957 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 1992 में शुरू हुआ था. विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है. अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदने को तरजीह देते हैं, हालांकि आमतौर पर ये इन्वेस्टमेंट काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं.

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इस दिन निवेश शुभ मानते हैं इन्वेस्टर्स
ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल इन्वेस्टर्स पर धन बरसता है. पुराने डाटा को देखें तो पता चलता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक मूल्य-आधारित स्टॉक्स की खरीदारी करते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं. इस दौरान खरीदे गए शेयरों को निवेशक बेहद खास मानते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं. जैसी कि देश में मान्यता है कि दिवाली का दिन कुछ भी नया काम शुरू करने के लिए शुभ होता है. ठीक इसी धारणा के तहत शेयर बाजार इन्वेस्टर्स इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान स्टॉक मार्केट में अपना पहला निवेश करते हैं.

मुहुर्त ट्रेडिंग 2021 पर बाजार रहा था गुलजार
बीते साल 4 नवंबर, 2021 को मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया गया था. इस एक घंटे के सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 60 हजार के ऊपर पहुंच गया था. मुहुर्त ट्रेडिंग पर सेंसेक्स 60,067 अंकों के स्तर पर, जबकि निफ्टी 17,921 के लेवल पर बंद हुआ था. हालांकि, साल 2022 में शेयर बाजार में खासी उथल-पुथल देखने को मिली है, लेकिन इसके बावजूद उम्मीद है मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार तेजी देखने को मिलेगी.

शेयर मार्केट में हाहाकार: 1020 अंक टूटकर बंद हुआ सेंसेक्स, निवेशकों को एक झटके में ₹5 लाख करोड़ का नुकसान

​​​​​​​Stock Market Opening: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि तथा क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट? वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच भारतीय शेयर बाजारों में भी बड़ी गिरावट देखी जा रही है।

शेयर मार्केट में हाहाकार: 1020 अंक टूटकर बंद हुआ सेंसेक्स, निवेशकों को एक झटके में ₹5 लाख करोड़ का नुकसान

Stock Market Trading 23 Sept: वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोर रूख के चलते शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन घरेलू शेयर बाजार में गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स 1,020.80 अंक लुढ़क कर 58,098.92 और एनएसई निफ्टी 302.45 अंक की गिरावट के साथ 17,327.35 अंक पर बंद हुआ।

शुक्रवार को BSE-NSE में बड़ी गिरावट देखने को मिली। दोपहर 2.45 बजे सेंसेक्स 1010.55 अंक (1.71%) टूट कर 58,109.17 पर आ गया। वहीं, निफ्टी 268.10 अंक यानी 1.52% गिरकर 17,361.70 पर कारोबार कर रहा है।

निवेशकों ने गंवाए 4 लाख करोड़ रुपये
बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप घटकर 276.6 लाख करोड़ रुपये रह जाने से लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बैंक और फाइनेंस सर्विस की कंपनियों के स्टॉक में बड़ी गिरावट आई है। निफ्टी बैंक में हैवीवेट और डी-स्ट्रीट पसंदीदा एचडीएफसी बैंक लगभग 2.7 प्रतिशत टूटा है। बता दें कि वैश्विक मंदी के डर से विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को भारतीय बाजारों से 2,500 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेच दिए।

इससे पहले दोपहर करीबन 1.20 बजे के आसपास सेंसेक्स 800 से ज्यादा अंक तक टूट गया और यह करीबन 1.46% तक की गिरावट के साथ 58,236.96 पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी 263.60 अंक (-1.5%) टूटकर 17,366.20 पर आ गया है। इससे पहले बीएसई का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 558.59 यानी 0.94% टूटकर 58,561.13 पर ओपन हुआ था। वहीं, एनएसई का निफ्टी 147.55 अंक यानी 0.84% गिरकर 17,482.25 पर खुला था।

इन शेयरों में तेजी

इंट्रा डे में बीएसई पर टाटा स्टील, सन फार्मा, आईटीसी और इंफोसिस के शेयरों को छोड़ सभी शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। बीएसई पर शुरुआती कारोबार में टाटा स्टील, इंफोसिह, सनफार्मा, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, HCL टेक जैसे शेयरों में तेजी थी। वहीं, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के शेयर में सबसे अधिक गिरावट देखी गई। इसके अलावा पावर ग्रिड, HDFC, कोटक बैंक, HDFC Bank, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, एशियन पेंट, टेक महिन्द्रा, भारती एयरटेल, ICICI Bank, Titan, ITC, नेस्ले, बजाज फिनसर्व के शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी।

NSE के TOP गेनर्स और लूजर्स
शुरुआती कारोबार में एनएसई पर TOP 5 गेनर्स में सिप्ला, अपोलो हाॅस्पिटल, डिविज लैब, टाटा स्टील और हिन्दुस्ता यूनिलीवर के शेयर हैं। तो वहीं, लूजर्स में पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक, €HDFC,M&M के शेयर हैं।

ग्लोबल मार्केट में गिरावट
अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजार नुकसान में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी बृहस्पतिवार को नुकसान के साथ बंद हुए। पिछले कारोबारी सत्र में, तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 337.06 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,119.72 अंक पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88.55 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,629.80 अंक पर बंद हुआ था। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 फीसदी की गिरावट के साथ 90.02 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,509.55 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

क्यों डूबता है शेयर बाजार में निवेशकों का पैसा? एक्‍सपर्ट से जानें क्‍या है मुनाफा कमाने का फंडा

Wealth Creation Tips शेयर बाजार में अमीर से गरीब बनने के किस्से गरीब से अमीर बनने के किस्सों से कई ज्यादा है। शेयर बाजार हमें जमीन पर रहना सिखाता है। निवेशक अपने उद्देश्य पर नजर रखेंगे तो वे शायद बेहतर महसूस करेंगे और लॉन्ग टर्म में अच्छा करेंगे

नई दिल्‍ली, वैभव अग्रवाल। शेयर बाजार में निवेश करना समय के साथ धन सृजन (Wealth Creation) करने के बेहतरीन विकल्‍पों में से एक है। हालांकि, शॉर्ट टर्म निवेश में नुकसान होना आम बात है। निवेश मूल्यों में उतार-चढ़ाव होना भी स्‍वाभाविक है। यदि आपके निवेश का मूल्य गिरता है तो निवेश करने से घबराने के बजाय धैर्य की आवश्यकता होती है। बाजार की अस्थिरता के दौरान पैनिक सेलिंग जैसी गलतियां निवेशक अक्सर करते हैं, जो उन्हें लॉन्ग टर्म में नुकसान पहुंचा सकती है। आइए, जानते हैं कि प्रचलित नकारात्मक व्यवहारों को कैसे पहचानें और उनसे कैसे बचें।

Investment lesson for investors from football (Jagran File Photo)

अस्थिर हालातों के दौरान डर

जब भय हावी हो जाता है तो निवेशक इतने परेशान हो जाते हैं कि उन्हें आगे कुछ नहीं सूझता। हर कोई यह भूल जाता है कि स्टॉक फिर से बढ़ भी सकता है। चारों ओर निराशा छा जाती है और हर कोई पूंजी की सुरक्षा चाहता है। इन हालातों में तार्किक सोच वाला दिमाग भी भ्रमित हो जाता है। हर किसी के पास स्टॉक के और ज्यादा गिरने का ही पूर्वानुमान होता है। ऐसे समय पर ज्यादातर निवेशक अपने शेयरों को घाटे में बेच देते हैं और कंपनियों के अच्छे बिजनेस की संभावना की अनदेखी करते हैं।

सुझाव: महान निवेशक वॉरेन बफे कहते हैं कि 'शेयर बाजार बेसब्री से सब्र करने वाले व्यक्ति को धन हस्तांतरित करने का एक उपकरण है।' और यहीं पर डर एक अहम भूमिका निभाता है।

स्टॉक टिप्स के चक्कर में फंसना

अपने पूंजी को डूबाने का एक और तरीका है ब्रोकर, दोस्तों, रिश्तेदारों या सहकर्मियों द्वारा दिए गए स्टॉक टिप्स पर एक्शन लेना। जब आप स्टॉक टिप्स के अनुसार काम करते हैं तो आपका ब्रोकर पैसा कमा रहा होता है, न कि आप। कारण यह है कि ये स्टॉक टिप्स फाइनेंशियल रिचर्स के बजाय अनुमानों पर आधारित होते हैं। जिन शेयरों की सलाह आपको दी जाती है उनपर बहुत ज्यादा कर्ज, आय में अस्थिर वृद्धि और वे सभी विशेषताएं होती है जो नहीं होनी चाहिए। यह स्टॉक की कीमतों में सिर्फ उच्च अस्थिरता की स्थिति होती है, जो निवेशकों के बीच सट्टा ब्याज को बढ़ावा देती है।

हॉट स्टॉक्स/सेक्टर्स के पीछे भागना

पीटर लिंच फिडेलिटी मैगलन म्युचुअल फंड के मैनेजमेंट के लिए जाने जाते हैं। मैगलन म्‍युचुअल फंड अमेरिका में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले म्‍युचुअल फंड में से एक हैं। उनका कहना है कि वह सबसे चर्चित सेक्टर के शेयरों में निवेश से बचने की कोशिश करते हैं। किसी दूसरे को देखकर स्टॉक में निवेश करने से बचना चाहिए।

Reliance Communications, Suzlon और DHFL जैसे स्टॉक कभी निवेशकों के बीच सबसे हॉट स्टॉक थे। आज वे जिस हालत में है, उसके बारे में किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा। चूंकि हर कोई कुछ चुनिंदा नामों के बारे में बात करना शुरू कर देता है, इसलिए ज्यादातर निवेशकों को लगता है कि उन्हें वह स्टॉक खरीदने चाहिए। बता दें कि मल्टीबैगर स्टॉक कम लोकप्रिय स्मॉल-कैप और माइक्रोकैप स्टॉक्स में पाया जा सकता है, न कि उनमें जिनके बारे में हर कोई बात कर रहा होता है।

सुझाव: यदि आप बाजार में पैसा कमाना चाहते हैं तो ट्रेंड के पीछे मत भागिए। इसके बजाय एक ठोस निवेश रणनीति बनाएं और उस पर टिके रहें।

IPOs: पैसा कमाने का आसान तरीका?

निवेशकों के बीच यह बात आम है कि कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPOs) में निवेश करने से पैसा नहीं डूबेगा। लगभग सभी यही सोचते हैं कि पब्लिक इश्यू निर्गम मूल्य के प्रीमियम पर खुलेगा और वे उच्च कीमतों पर इसे बेचकर लिस्टिंग के दिन अपनी होल्डिंग से बाहर निकल सकते हैं।

लेकिन ऐसा नहीं है। कई कंपनियां निर्गम मूल्य पर छूट के साथ सूचीबद्ध होकर शेयर बाजार में शुरुआत करती है। कई ऐसे भी होते हैं जो निर्गम मूल्य से नीचे के स्तर पर होते हैं। हालांकि, कम कीमत वाली कंपनियों के IPO मजबूत बिजनेस की बुनियादी बातों के साथ पैसा बनाने के अच्छे अवसर प्रदान करते हैं। लेकिन निवेशकों को हर नए IPO पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

धैर्य की कमी

बिना सोचे-समझे, जल्दबाजी में निवेश करने से आपको नुकसान हो सकता है। न सिर्फ नए निवेशकों में धैर्य की कमी होती है, बल्कि दिग्गज निवेशकों को भी इस महारत को हासिल करना चुनौतीपूर्ण लगता है। मानव मन पर भावनाएं हमेशा प्रभावी रहती है। यदि आपने उन कंपनियों के शेयर खरीदे हैं, जिन पर आपको विश्वास है, तो उन्हें लंबे समय तक रखें। यह आपको वित्तीय स्वतंत्रता के करीब ले जाएगा। शायद आपके सहयोगी या पड़ोसी की तुलना में थोड़ा ज्यादा वक़्त लग सकता है, लेकिन यह होगा जरूर।

सुझाव: यदि आप बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान पैसा नहीं खोना चाहते हैं तो सबसे अच्छा दांव है कि आप रुके रहें। धैर्य के साथ काम लें और अपने निवेश के रिकवर होने का इंतजार करें।

सेलिंग द विनर्स एंड राइडिंग द लूजर्स

यह सबसे कॉमन गलतियों में से एक है जो निवेशक करते हैं। वे आमतौर पर विजेताओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं और स्टॉक की कीमत बढ़ने पर मुनाफा कमाते हैं। दूसरी ओर, वे इस बात पर ध्यान नहीं देते कि हारने वाले शेयर के साथ क्या हो रहा है।

आप अपने पोर्टफोलियो में नुकसान के साथ जीतने वाले शेयर से प्रॉफिट का आनंद नहीं क्यों डाउन होती है शेयर मार्केट? ले सकते। इतना ही नहीं, हारने वाले शेयर को होल्ड करने से आपकी पूंजी ब्लॉक हो रही है और आप पैसे कमाने के पर्याप्त अवसरों से चूक रहे होते हैं।

Leverage - दो धारी तलवार

यदि लिवरेज पक्ष में काम करता है, तो पैसा बढ़ाया जा सकता है। लेकिन यह किसी के खिलाफ गया तो उसे दिवालिया होने के कगार पर ला सकता है। मार्जिन का उपयोग शेयरों में निवेश के लिए किया जाता है, तो यह बुल मार्केट में अद्भुत काम कर सकता है। लेकिन उतार-चढ़ाव में अचानक उछाल के परिणामस्वरूप स्टॉक की कीमतें आपके खिलाफ जा रही हैं, तो यह ब्रोकर की ओर से मार्जिन कॉल हो सकती है। एक बार जब यह चक्र शुरू हो जाता है तो मुसीबतें बढ़ती जाती हैं, क्योंकि यह एक खतरनाक चक्र है। आख़िरकार, शेयर बाजार में अमीर से गरीब बनने के किस्से गरीब से अमीर बनने के किस्सों से कई ज्यादा है। शेयर बाजार एक अच्छा शिक्षक है। यह हमें जमीन पर रहना सिखाता है।

उपरोक्त कारकों के अलावा कुछ और फैक्टर है जिसकी वजह से शेयर बाजार में निवेशकों का पैसा डूब सकता है जिसमें फ्रिक्वेंट ट्रेडिंग, धैर्य की कमी, और अन्य बातों का समावेश है।

निवेश में होने वाले नुकसान से दुख तो होता है, लेकिन यदि निवेशक अपने मासिक अकाउंट स्टेटमेंट पर ध्यान देने के बजाय अपने उद्देश्य पर नजर रखेंगे तो वे शायद बेहतर महसूस करेंगे और लॉन्ग टर्म में अच्छा करेंगे।

(लेखक तेजी मंदी के संस्‍थापक हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

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