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एडीएनओसी ने अपनी मार्केटिंग, सप्लाई और ट्रेडिंग रणनीति ट्रेडिंग रणनीति साझा की
अबू धाबी, 12 नवंबर, 2019 (डब्ल्यूएएम) -- अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) ने अबू धाबी इंटरनेशनल पेट्रोलियम एक्सहिबिशन एंड कांफ्रेंस (एडीआईपीईसी) के 2019 संस्करण के दौरान एडीएनओसी के ट्रेडिंग फोरम में 400 से अधिक तेल और गैस अधिकारियों के साथ अपनी मार्केटिंग, सप्लाई और ट्रेडिंग रणनीति साझा की। एडीएनओसी मार्केटिंग सप्लाई एंड ट्रेडिंग ने कंपनी के अपने मर्बन क्रूड के लिए एक नया मूल्य निर्धारण तंत्र अपनाने के निर्णय के बारे में विवरण प्रस्तुत किया, जो इसे पूर्वव्यापी आधिकारिक बिक्री मूल्य से बाजार-संचालित, पारदर्शी और आगे मूल्य निर्धारण के लिए ले जाएगा। कंपनी को उम्मीद है कि 2020 की दूसरी तिमाही के आसपास नए मूल्य निर्धारण तंत्र को लागू किया जाएगा। अन्य पहलों के अलावा अबू धाबी में एक नए एक्सचेंज की स्थापना और आईसीई फ्यूचर्स अबू धाबी पर भी प्रतिनिधियों को भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर एडीएनओसी में मार्केटिंग, सप्लाई और ट्रेडिंग, एमएसएंडटी के निदेशक खालेद सलमनी ने कहा, "आज के फोरम ट्रेडिंग रणनीति ट्रेडिंग रणनीति ने वैश्विक उद्योग के नेताओं को एमएसएंडटी के एडीएनओसी के रणनीतिक दृष्टिकोण के बारे में जानने और हमारी महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं को पूरा करने में प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया।"
Stock Market fundamentals : Stock Market में पैसा कमाना हैं तो इन 5 ट्रेडिंग strategies के बारे में जरूर जाने
Stock Market : ट्रेडिंग का मतलब सिक्टोरिटीज को खरीदना और बेचना होता है। ट्रेडिंग भी कई प्रकार की होती हैं। एक दिन से लेकर सालों के लंबे अंतराल के लिए भी ट्रेडिंग की जाती है। इसके साथ ही अलग-अलग बाजारों के माहौल और वहां मौजूद जोखिम से जुड़ी विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियां ( trading strategies) शेयरों में कारोबार करने के समय अपनाई जाती हैं। यहां पर हम कुछ ट्रेडिंग रणनीतियों पर चर्चा कर रहे हैं जो बाकी रणनीतियों में से सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। ये रणनीतियां निवेशकों को तर्कसंगत निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकती हैं।
Horse Trading: क्या होती है हार्स ट्रेडिंग, सियासत में क्या मायने, राजनीति में कब से हुई इस शब्द की शुरुआत
Horse Trading in politics आखिर क्या होती है हार्स ट्रेडिंग सियासत में इसके क्या मायने हैं और राजनीति में इस शब्द की शुरुआत कब से हुई? दरअसल भारतीय राजनीति में इस शब्द का इस्तेमाल सांसदों और विधायकों को प्रलोभन से जोड़कर प्रयोग किया जाता है।
नोएडा, आनलाइन डेस्क। राजस्थान में राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहे सियासी बवाल के ट्रेडिंग रणनीति बीच मुख्यमंत्री गहलोत बार बार भाजपा पर हार्स ट्रेडिंग के आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि आखिर क्या होती है हार्स ट्रेडिंग, सियासत में इसके क्या मायने हैं और राजनीति में इस शब्द की शुरुआत कब से हुई? दरअसल, भारतीय राजनीति में इस शब्द का इस्तेमाल सांसदों और विधायकों को प्रलोभन से जोड़कर किया जाता है। जब किसी फायदे के लिए या किसी सरकार को अस्थिर करने के लिए सांसद या विधायक पाला बदलते हैं तो इसे हार्स ट्रेडिंग का नाम दिया जाता है।
EXPLAINER:जानिए क्या होती है हॉर्स ट्रेडिंग? भारतीय राजनीति में इसकी इतनी चर्चा क्यों है
देश में जब किसी राज्य में चुनाव होते हैं और सरकार बनाने की कवायद तेज होती है तभी राजनीतिक दल एक-दूसरे पर हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) का आरोप लगाने लगते हैं. साथ ही अपने विधायकों (MLAs) उनके घर से निकालकर किसी सुरक्षित जगह में एक साथ रखते हैं. पिछले कुछ सालों में आपने महाराष्ट्र (Maharashtra), राजस्थान (Rajasthan), कर्नाटक (karnataka) और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में ऐसी घटनाएं देखी होगीं. लेकिन इन दिनों राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) के चलते यह बात राजनीतिक दलों के द्वारा एक बार फिर दोहराई जा रही है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने कई राज्यों में अपने विधायकों को एक साथ रिसॉर्ट में भेज दिया है. राजनीतिक दल ऐसा क्यों करते हैं इसके बारे में आप जानते हैं, लेकिन हॉर्स ट्रेडिंग क्या होती है. भारतीय राजनीति में यह शब्द कैसे प्रचलन में आया? आज हम इसके बारे में आपको बता रहे हैं.
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हॉर्स ट्रेडिंग का क्या मतलब है ?
"हॉर्स ट्रेडिंग" इसके शाब्दिक अर्थ पर जाएंगे तो इसका मतलब घोड़ों की खरीद- फरोख्त से है, लेकिन यहां पर किसी घोड़े को नहीं खरीदा जा रहा है. कैंब्रिज डिक्शनरी ट्रेडिंग रणनीति ट्रेडिंग रणनीति के अनुसार "हॉर्स ट्रेडिंग" शब्द का मतलब किन्हीं दो पार्टियों के बीच चतुराई पूर्ण ऐसी संधि से होता है, जिसमें ट्रेडिंग रणनीति एक दूसरे को दोनों लोग लाभ पहुंचाने के लिए ट्रेडिंग रणनीति कोई काम करते हैं. भारतीय राजनीति में इस तरह की स्थिति जब भी बनती है, राजनेता इसे "हॉर्स ट्रेडिंग"का नाम देते हैं.
हॉर्स ट्रेडिंग शब्द कब प्रचलित हुआ?
हॉर्स ट्रेडिंग शब्द 1820 के आसपास सामने आया था. तब इसका मतलब राजनीति से नहीं, बल्कि घोड़ों की खरीद-फरोख्त से था. उस दौरान घोड़े पालने वाले और घोड़े खरीदने वाले लोग अलग-अलग हुआ करते थे. इनके बीच कुछ बिचौलिए यानी ट्रेडर होते थे, जो कुछ कमीशन लेकर घोड़ों को एक जगह से खरीदकर दूसरी जगह बेचते थे. लेकिन इस ट्रेडिंग में धीरे-धीरे एक चालाकी सामने आने लगी. घोड़े बेचने वाले व्यापारी या बिचौलिए अधिक फायदा कमाने के लिए कुछ अच्छी नस्ले के घोड़े छिपा देते थे. उनको बेचने के लिए चालाकी कर ज्यादा पैसे वसूलते थे.
बिहार में भी होगी हॉर्स ट्रेडिंग? नतीजों से पहले कांग्रेस को सता रहा है डर, क्या है रणनीति?
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम से ट्रेडिंग रणनीति पहले ही कांग्रेस ने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश शुरू कर दी है। पार्टी ने सभी उम्मीदवारों को निर्देश दिए हैं कि अगर चुनाव में जीत होती है, तो उन्हें फौरन वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करना है। किसी भी तरह की आशंका से बचने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को राजस्थान और पंजाब भेजने की भी तैयारी कर ली है।
विधानसभा चुनाव में राजद-कांग्रेस गठबंधन को जीत का पूरा भरोसा है। एक्जिट पोल भी महागठबंधन की जीत की ट्रेडिंग रणनीति तरफ इशारा कर रहे हैं। इन सबके बावजूद कांग्रेस कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। पार्टी ने समन्वय की जिम्मेदारी संभाल रहे केंद्रीय नेताओं को पटना भेज दिया है, ताकि चुनाव परिणाम के बाद पैदा हुई स्थिति से फौरन निपटा जा सके।
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