बड़ौदा ई-ट्रेड 3 इन 1 खाता
बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ बाधारहित और सुरक्षित ट्रेडिंग अनुभव के लिए सिंक्रोनाइज्ड बैंक, डीमैट एवं ट्रेडिंग खाता खोले. डिजीटल खाता खोलने की प्रक्रिया 100% पेपर रहित. प्रतिस्पर्द्धी ब्रोकरेज दरें, ट्रेडिंग खाते के लिए कोई वार्षिक अनुरक्षण शुल्क (एएमसी) नहीं, पहले वर्ष डीमैट खाते हेतु एएमसी में छूट.
प्रमाणित और अनुभवी रिलेशनशिप मैनेजर विशेष तौर ऑटो ट्रेडिंग सिस्टम का इतिहास पर आपके लिए बनाई गई विशेषीकृत ट्रेडिंग और निवेश नीति बनाने में सहायता करेंगे.
बड़ौदा ई-ट्रेड 3 इन 1 खाता : विशेषताएं
बड़ौदा ई-ट्रेड 3 इन 1 खाता : ट्रेड का माध्यम
बड़ौदा ई-ट्रेड मोबाइल एप्लिकेशन
ऐप स्टोर और गूगल प्लेस्टोर में 4+ रेटिंग
बड़ौदा ई-ट्रेड वेबसाइट
आसान और स्मार्ट ट्रेडिंग हेतु
बड़ौदा ई-ट्रेड – प्रो डेस्कटॉप ट्रेडिंग ऐप्लीकेशन
प्रोफेशनल ट्रेडर्स हेतु त्वरित प्लेटफॉर्म
बड़ौदा ई-ट्रेड 3 इन 1 खाता : डिस्क्लेमर
प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, निवेश से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ें.
बॉब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, बैंक ऑफ़ बड़ौदा की पूर्ण स्वामित्त्व वाली अनुषंगी
सदस्य: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया एवं बीएसई लिमिटेड.
एनएसई सदस्य कोड:13045 / बीएसई क्लीयरिंग संख्या : 3258
पंजीकृत कार्यालय:
बॉब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड,
1704, बी विंग, 17 वां तल, पारिनी क्रीसेंजो,
जी ब्लॉक, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, बांद्रा (पूर्व),
मुंबई – 400051. टेली: 022-6138 9300
Tel: 022-6138 9300
सेबी सिंगल रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र - INZ000159332 दिनांक 20 नवंबर 2017.
सेबी (रिसर्च एनालिस्ट्स) विनियमन, 2014, पंजीकरण सं.: INH000000040 03 फरवरी 2020 तक वैध
भौतिक पावर ऑफ़ अटर्नी के प्रस्तुतीकरण पर खाता खोलने की प्रक्रिया पूरी होगी. प्रमाणीकरण के लिए ओटीपी आधारित आधार ई-साइन के उपयोग पर प्रतिबंध होने के कारण, ऑनलाइन आवेदन पत्र के सभी पृष्ठों को मुद्रित कराना होगा और ग्राहक को इस पर भौतिक रूप से हस्ताक्षर करके बॉब कैप्स में जमा करना होगा. बैंक ऑफ़ बड़ौदा डीमैट खाते हेतु प्रत्यक्ष सत्यापन (आईपीवी) ट्रेडिंग खाते के लिए भी मान्य होगा. प्रथम वर्ष डीमैट खाते पर कोई वार्षिक रखरखाव प्रभार नहीं लिए जाएंगे.
बाजार अवधि सोमवार से शुक्रवार प्रातः 9:15 बजे से अपराह्न 3:30 बजे तक है.
बाजार अवधि के पश्चात (एएमओ) अगले दिन रात्रि 8 बजे से प्रात: 8 बजे तक आदेश दिए जा सकते हैं. एएमओ आदेश सुबह 9.15 बजे मार्केट में हिट होगा.
Independence Day: करीब 147 साल पुराना है देश में स्टॉक ट्रेडिंग का इतिहास, यहां पढ़ें पूरी डिटेल
डीएनए हिंदी: आज यानी सोमवार को पूरा देश एवं दुनियाभर में रहने वाले भारतीय भारत की आजादी का अमृत महोत्सव सेलीब्रेट कर रहे हैं. देश को आजाद हुए 75 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन देश में स्टॉक ब्रोकिंग का इतिहास (Stock Broking History) करीब 147 साल पुराना है. जी हां, बांबे स्टॉक एक्सचेंज एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज (BSE Asia Oldest Stock Exchange) हैं, जिसकी शुरूआत 1875 में शुरू हुर्ह थी. वैसे सिक्योरिटी एवं बांड में कारोबार और शेयर बाजार की नींव तो और भी पहले पडऩी शुरू हो गई थी. आइए आपको भी बताते हैं कि दुनिया के 11वें सबसे बड़े शेयर बाजार (Share Market) के इतिहास के बारे में.
18वीं शताब्दी में पडऩी शुरू हो गई थी नींव
भारत में स्टॉक ट्रेडिंग 18वीं शताब्दी में ही शुरू हो गई थी, जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने लोन सिक्योरिटीज में व्यापार करना शुरू किया था. बाद में 1830 के दशक में, बैंक और कॉटन प्रेस के स्टॉक के साथ बॉम्बे में कॉर्पोरेट शेयरों का कारोबार शुरू हुआ. भारत में स्टॉक एक्सचेंज अनौपचारिक रूप से 1850 के दशक में शुरू हुए जब 22 स्टॉक ब्रोकरों ने एक बरगद के पेड़ के नीचे बॉम्बे के टाउन हॉल के सामने कारोबार करना शुरू किया. कंपनी अधिनियम 1850 में पेश किया गया था, जिसके बाद निवेशकों ने कॉर्पोरेट सिक्योरिटीज में रुचि दिखाना शुरू कर दिया.
1875 में बीएसई की हुई शुरुआत
ब्रोकर्स की संख्या लगातार बढ़ती रही और अंतत: 1874 में उस जगह पर आ गए जिसे मौजूदा समय में दलाल स्ट्रीट कहा जाता है. नेटिव शेयर एंड स्टॉकब्रोकर्स एसोसिएशन के नाम से जाने जाने वाले एक अनौपचारिक समूह ने 1875 में खुद को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के रूप में संगठित किया. बीएसई एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है और सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट, 1956 के तहत पहली बार स्थायी मान्यता दी गई थी. 1894 में, बीएसई के बाद अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज आया जिसने कपड़ा मिलों के शेयरों में फोकस किया. 1908 में कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज में बागानों और जूट मिलों के शेयरों का कारोबार शुरू हुआ. 1920 में मद्रास स्टॉक एक्सचेंज स्थापित हुआ.
आजादी के बाद स्टॉक एक्सचेंज
स्वतंत्रता के बाद, बीएसई व्यापार की मात्रा पर हावी था. हालांकि, पारदर्शिता के निम्न स्तर और अविश्वसनीय समाशोधन और निपटान प्रणाली ने वित्तीय बाजार नियामक की आवश्यकता को बढ़ा दिया. सेंसेक्स या संवेदनशील सूचकांक 1986 में शुरू किया गया था, इसके बाद 1989 में बीएसई राष्ट्रीय सूचकांक जारी किया गया था. 1988 में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड का जन्म एक गैर-सांविधिक निकाय के रूप में हुआ था, जिसे आगे 30 जनवरी, 1992 को सेबी अधिनियम पारित करके वैधानिक दर्जा दिया गया था.
बीएसई के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक और स्टॉक एक्सचेंज की जरूरत को पूरा करने और शेयर बाजार में पारदर्शिता की आवश्यकता को पूरा करने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) 1994 में अस्तित्व में आया. एनएसई ने 1994 में होल सेल डेट मार्केट (डब्ल्यूडीएम) सेगमेंट, 1994 में इक्विटी सेगमेंट और 2000 में डेरिवेटिव सेगमेंट में कारोबार करना शुरू किया.
1995 में, बीएसई ने ओपन-फ्लोर सिस्टम से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम पर स्विच किया. 2015 में, कमोडिटी मार्केट रेगुलेशन को मजबूत करने, घरेलू और विदेशी संस्थागत भागीदारी को सुविधाजनक बनाने और नए उत्पादों को लॉन्च करने के लिए सेबी को फॉरवर्ड मार्केट्स कमीशन (एफएमसी) के साथ मिला दिया गया था.
देश में कितने हैं स्टॉक एक्सचेंज
देश को आजादी मिलने के बाद, बीएसई के अलावा 23 स्टॉक एक्सचेंज जोड़े गए, लेकिन वर्तमान में, बीएसई और एनएसई के अलावा केवल पांच मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज हैं:
- कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड
- मगध स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड
- मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड
- इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (इंडिया आईएनएक्स)
- एनएसई आईएफएससी लिमिटेड
वर्तमान में, बीएसई को दुनिया के 11वें सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मापा जाता है, जिसका मार्केट कैप लगभग 1.7 ट्रिलियन डॉलर है. एनएसई का बाजार पूंजीकरण 1.65 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है. बीएसई के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स को सेंसेक्स कहा जाता है और एनएसई के लिए यह निफ्टी 50 है.
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SEBI का बड़ा फैसला! Insider Trading की सूचना देने वाले को मिलेगा 10 करोड़ का इनाम
इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) पर लगाम लगाने के लिए सेबी (SEBI) ने बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत सेबी बोर्ड ने बताया कि अब इनसाइडर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देने वालों को 10 करोड़ रुपये तक का इनाम मिलेगा. पढ़ें पूरी खबर.
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नई दिल्ली: कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत सेबी बोर्ड ने इनसाइडर ट्रेडिंग रेग्युलेशन के कई नियम बदले हैं. अब इनसाइडर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देने वालों को 10 करोड़ रुपये तक का इनाम मिलेगा.
10 करोड़ रुपये तक का रिवॉर्ड
SEBI ने बोर्ड मीटिंग में ये फैसला लेते हुए कहा कि रिवॉर्ड को बढ़ाने और इसके भुगतान की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए बोर्ड ने रेग्युलेशन में संशोधनों की स्वीकृति दी है. इससे अब सेबी को इनसाइडर ट्रेडिंग के बारे में सूचना देने वालों को 10 करोड़ रुपये तक का इनाम दिया जाएगा.
क्या है इनसाइडर ट्रेडिंग?
इनसाइडर ट्रेडिंग को भेदिया कारोबार भी कहा जाता है. निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने भेदिया कारोबार पर सख्ती से रोक लगाई है. दरअसल कई बार किसी कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा कोई आदमी उसकी अंदरूनी जानकारी के आधार पर गलत तरीके से उसके शेयर खरीद या बेचकर मुनाफा कमाता है तो इसे इनसाइडर ट्रेडिंग या भेदिया कारोबार कहते हैं. ऐसे में निवेशकों को कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है.
इनसाइडर ट्रेडिंग के खिलाफ सेबी सख्त
इनसाइडर ट्रेडिंग को लेकर सेबी सख्त हो गई है. सार्वजनिक न होने वाले यूपीएसआई (UPSI) का दुरुपयोग करके शेयर बाजार में अवैध कमाई करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है. इसके खिलाफ सख्ती दिखाते हुए सेबी ने किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले की जानकारी देने वालों की इनाम राशि 1 करोड़ से बढ़ा कर 10 करोड़ रुपये कर दी है. इसके अलावा बोर्ड ने इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) और रीयल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REITs) के नियमों में संशोधन को भी मंजूरी दे दी है.
पिछले दिनों आए थे कुछ मामले
दरअसल, किसी भी कंपनी के शीर्ष प्रबंधन को यह पता रहता है कि कंपनी कौन सा कदम उठाने वाली है जिससे उसके शेयरों में भारी बढ़त या भारी गिरावट आ सकती है. ऐसी स्थिति में अगर किसी ने अधिकारिक जानकारी जारी करने से पहले ही शेयरों की खरीद-फरोख्त कर मुनाफा बना ले तो यह इनसाइडर ट्रेडिंग कहलाएगा. सेबी इस मामले में बहुत सख्त है और कंपनियों के प्रबंधन पर नजर रखती है. इनसाइडर ट्रेडिंग कंट्रोल करने के लिए कंपनियां अपने एम्प्लोई से पहले ही यह बॉन्ड भी भरवा लेती हैं कि वे कंपनी की किसी संवदेनशील जानकारी को बाहर शेयर नहीं करेंगे और न ही इसके आधार पर शेयर मार्केट में कोई खरीद-फरोख्त नहीं करेंगे.
मार्केट सर्विलान्स सिस्टम
सेबी (Securities and Exchange Board of India) ने इनसाइडर ट्रेडिंग की पहचान करने के लिए मार्केट सर्विलान्स सिस्टम भी लागू किया है जो असामान्य मार्केट पैटर्न पर नजर रखता है. सेबी ने इस सिस्टम में लगातार सुधार भी किया है. इसके तहत दोषी पाए गए कई कंपनियों को सेबी ने दंडित भी किया गया है.
आज से बदल गए बैंकिंग, पेमेंट सिस्टम और शेयर बाजार समेत ये 7 नियम, जानिए आप पर क्या होगा असर?
Changes from 1 Oct 2021- नए लागू होने वाले नियम या बदलाव रुपये-पैसों के लेनदेन और शेयर बाजार में ट्रेडिंग से जुड़े हैं.
Changes from 1 Oct 2021- नए लागू होने वाले नियम या बदलाव रुपये-पैसों के लेनदेन और शेयर बाजार में ट्रेडिंग से जुड़े हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : October 01, 2021, 10:07 IST
नई दिल्ली. Changes from 1 Oct 2021- आज यानी 1 अक्टूबर से नए महीने की शुरुआत हो रही है. देश में हर महीने की पहली तारीख को कोई न कोई बदलाव होता है, क्योंकि इस तारीख से कुछ नए नियम लागू होते हैं. अक्टूबर माह की शुरुआत में भी ऐसा होने (Changes from today) जा रहा है. इसका सीधा असर आपके दैनिक जीवन पर पड़ेगा.
आपको बता दें कि नए लागू होने वाले नियम या बदलाव रुपये-पैसों के लेनदेन और शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Stock Market Trading) से जुड़े हैं. आइए जानते हैं अक्टूबर 2021 से लागू हो रहे इन बदलावों के बारे में..
इन बैंकों की चेकबुक हुई बेकार
1 अक्टूबर यानी आज से तीन बैंकों की चेकबुक और MICR कोड इनवैलिड हो गए. ये बैंक हैं- ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) , यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (United Bank of India) और इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank). बता दें कि ये बैंक वो है जिनका हाल ही में दूसरे बैंकों में विलय हुआ है. बैंकों का विलय होने से अकाउंट होल्डर के अकाउंट नंबरों, आईएफएससी व एमआईसीआर कोड में बदलाव होने के कारण 1 अक्टूबर 2021 से बैंकिंग सिस्टम पुराने चेक को रिजेक्ट कर देगा.
आज से बढ़ गए सिलेंडर के दाम
एलपीजी गैस सिलेंडर (LPG Gas Cylinder) के दाम महीने के पहले दिन बढ़ गए हैं. वैसे इस बार यह बढ़ोतरी 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर पर हुई है. वहीं, नॉन सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत (LPG Price) 884.50 रुपये बनी हुई है. आज 1 अक्टूबर से दिल्ली में 19 किलो वाला कामर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत 1693 रुपये से बढ़कर 1736.50 रुपये हो गई है. कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 43 रुपये बढ़ाए गए हैं.
ऑटो डेबिट का बदला नियम
1 अक्टूबर से ऑटो डेबिट का नया नियम लागू हो गया है. इसके तहत बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को हर बार 5,000 रुपये से अधिक राशि के किस्त या बिल पेमेंट के लिए ग्राहकों या यूजर्स से मंजूरी लेनी पड़ेगी. इससे पहले एक निर्धारित तिथि को बैंक या मोबाइल वॉलेट अपने आप खाते से पैसे काट लेते थे और इसका मैसेज ग्राहकों के पास आता था.
बदल गया पेंशन नियम
डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट से जुड़े नियम आज से लागू होंगे. अब देश के सभी बुजुर्ग पेंशनभोगी जिनकी उम्र 80 वर्ष या उससे अधिक है, तो वे देश के सभी प्रधान कार्यालयों के जीवन प्रमाण केंद्र में डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं. इसके लिए 30 नवंबर तक का समय भी दिया गया है.
प्राइवेट शराब दुकानें बंद
आज से दिल्ली में प्राइवेट शराब की दुकानें बंद हो जाएंगी.16 नवंबर तक सिर्फ सरकारी दुकानों पर मंदिरा की बिक्री होगी. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि नई आबकारी नीति के तहत राजधानी को 32 जोन में बांटकर लाइसेंस आवंटन की प्रक्रिया की गई है. अब 17 नवंबर से नई नीति के तहत ही दुकानें खुलेंगी.
निवेश संबंधित नियमों में बदलाव
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) अब म्यूचुअल फंड निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए एक नया नियम लेकर आया है. यह नियम एसेट अंडर मैनेजमेंट (AMC) यानी म्यूचुअल फंड हाउस में काम करने वाले जूनियर कर्मचारियों पर लागू होगा. एसेट अंडर मैनेजमेंट कंपनियों के जूनियर कर्मचारियों को 1 अक्टूबर 2021 से अपनी ग्रॉस सैलरी का 10 फीसदी हिस्सा उस म्यूचुअल फंड के यूनिट्स में निवेश करना होगा. जबकि 1 अक्टूबर 2023 तक फेजवाइज यह सैलरी का 20 फीसदी हो जाएगा. इसे सेबी ने स्किन इन द गेम नियम बताया है. निवेश में लॉक ऑटो ट्रेडिंग सिस्टम का इतिहास इन पीरियड भी होगा.
डीमैट अकाउंट होगा बेकार
आपका डीमैट अकाउंट आज से बेकार हो जाएगा, अगर आपने इसकी केवाईसी को अपडेट नहीं किया है. सेबी ने पहले इसके लिए 30 जुलाई 2021 तक का समय दिया था जिसे आगे बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया था. डीमैट अकाउंट इनवैलिड होने पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे.
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जेरोधा कंपनी प्रोफाइल | Zerodha company profile in hindi
ज़ेरोधा एक भारतीय स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी है। इस कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थित है। यह एक भारतीय फाइनेंशियल सर्विस कंपनी है जो रिटेल और इंस्टीट्यूशनल ब्रोकिंग, करेंसीज और कमोडिटी ट्रेडिंग, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड जैसी कई सर्विस प्रदान करती है।
बायो/विकी (Bio/Wiki)
नाम:- | जेरोधा (Zerodha) |
लीगल नाम:- | जेरोधा ब्रोकिंग लिमिटेड |
प्रकार (Type):- | प्राइवेट |
इंडस्ट्री:- | फाइनेंस, स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर |
प्रोफाइल (Profile)
स्थापना की तारीख:- | 2010 |
हेड क्वार्टर:- | बैंगलोर , ऑटो ट्रेडिंग सिस्टम का इतिहास कर्नाटक |
CEO:- | निथिन कामथ |
फाउंडर:- | निथिन कामथ निखिल कामथ |
राजस्व (Revenue):- | ₹ 2728 करोड़ (US$360 मिलियन) (वित्त वर्ष 2021) |
नेट इनकम:- | ₹ 1122 करोड़ (US$150 मिलियन) (वित्त वर्ष 2021) |
वैल्युएशन:- | $2 बिलियन+ (नवंबर 2021) |
फंडिंग:- | Bootstrapped |
वेबसाइट:- | www.zerodha.com |
कंपनी के बारे में (About Company)
जेरोधा की स्थापना अगस्त 2010 में नितिन कामथ और निखिल कामथ दो भाईयों ने की थी। उन्होंने लागत, सपोर्ट और टेक्नोलॉजी के मामले में भारत में ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के सामने आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के लक्ष्य के साथ शुरूआत कि थी।
जेरोधा कंपनी का नाम जीरो (Zero)+ रोधा (Rodha) दो शब्दों से मिलकर बना है। आज यह disruptive pricing models और इन-हाउस टेक्नोलॉजी ने हमें एक्टिव रिटेल क्लाइंट्स के मामले में भारत के सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकर है।
1+ करोड़ से अधिक क्लाइंट्स इनके इंवेस्टमेंट प्लेटफार्मों के शक्तिशाली इकोसिस्टम के माध्यम से हर दिन लाखों ऑर्डर होते हैं, जो सभी भारतीय रिटेल ट्रेडिंग वाल्यूम में 15% से अधिक का योगदान करते हैं।
इसके अलावा यह रिटेल ट्रेडर्स और इन्वेस्टर को सशक्त बनाने के लिए कई लोकप्रिय ओपन ऑनलाइन एजुकेशनल और कम्युनिटी इनिशिएटिव चलाते हैं।
फाउंडर (Founder)
ज़ेरोधा के फाउंडर नितिन कामथ और निखिल कामथ नाम के दो भाई हैं।
नितिन कामथ (Nithin Kamath)
नितिन कामथ जेरोधा के फाउंडर और CEO हैं। नितिन बैंगलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट हैं। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे शुरू में एक प्रोपराइटरी ट्रेडर के रूप में सेल्फ एंप्लॉयड थे और बाद में उन्होंने मणिपाल इन्फोकॉम में एक सीनियर टेलीसेल्स कार्यकारी एक्जीक्यूटिव और कामथ एसोसिएट्स में एक पार्टनर के रूप में काम किया था। नितिन ने अंततः अपने छोटे भाई निखिल कामथ के साथ मिलकर ज़ेरोधा को बनाया।
निखिल कामथ (Nikhil Kamath)
निखिल कामथ ज़ेरोधा के को- फाउंडर है। और साथ ही वह ऐसेट मैनेजमेंट फर्म ट्रू बीकन के को- फाउंडर है। उन्होंने 10वीं कक्षा के बाद केवल 16 साल की उम्र में स्कूल छोड़ दिया था। हमेशा ऑटो ट्रेडिंग सिस्टम का इतिहास ट्रेडिंग के लिए उत्सुक, निखिल ने पहले इस्तेमाल किए गए सेलफोन व्यवसाय के साथ शुरुआत की, जब उन्होंने 10 वीं कक्षा में पुराने सेलफोन बेचना शुरू किया था। 17 साल की उम्र में स्कूल छोड़ने के बाद वह जल्द ही एक कॉल सेंटर में शामिल हो गए और उसी समय अपनी छुट्टियों में इक्विटी ट्रेडिंग शुरू कर दी थी।
उन्होंने अपने दोस्तों और सहकर्मियों के कुछ पैसे का मैनेजमेंट भी शुरू कर दिया, जिससे उन्हें ऐसेट मैनेजमेंट में अनुभव हासिल करने में मदद मिली थी। फिर उन्होंने कॉल सेंटर की नौकरी छोड़ दी और अपने बड़े भाई के साथ ऑटो ट्रेडिंग शुरू कर दी, और अंततः एक साथ ज़ेरोधा की स्थापना की थी।
प्रोडक्ट/सर्विस (product/service)
जेरोधा बैंगलोर में स्थित एक फिनटेक/फाइनेंशियल सर्विस कंपनी है, जो करेंसीज और कमोडिटी ट्रेडिंग, म्यूचुअल फंड और बॉन्ड के अन्य अवसरों के साथ-साथ डिस्काउंटेड रेट पर रिटेल स्टॉक ब्रोकरेज सुविधाएं प्रदान करती है।
यह कंपनी मूल रूप से डिस्काउंट ब्रोकिंग के विचार पर काम करती है। जिसका मतलब इस प्लेटफॉर्म पर इन्वेस्टर्स को अट्रैक्ट करने के लिए ट्रांजैक्शन पर कम कमीशन या कम ब्रोकरेज लेना है। ज़ेरोधा को फर्स्ट-मूवर एडवांटेज मिला है, क्योंकि यह देश का पहला डिस्काउंट ब्रोकर था।
जेरोधा के प्रोडक्ट और सर्विस इस प्रकार है:
- ज़ेरोधा काइट: यह एक्टिव ट्रेडर के लिए भारत का सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। ज़ेरोधा काइट वेब, मोबाइल Android के साथ-साथ IOS पर भी उपलब्ध है। PI-exe बेस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जहां आप स्टॉक मार्केट में अप्लाई करने से पहले अपनी ट्रेडिंग स्ट्रैटजी को कोड, स्कैन, बैक टेस्ट कर सकते हैं।
- ज़ेरोधा काइट कनेक्ट API: यह भारत का पहला इको सिस्टम है जहां आप काइट API की मदद से अपना खुद का ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बना सकते हैं और सीधे ट्रेड कर सकते हैं। यह सुपर सरल HTTP/JSON API के साथ शक्तिशाली ट्रेडिंग प्लेटफार्म है।
- ज़ेरोधा कॉइन: यह स्टॉक ब्रोकर द्वारा पेश किया जाने वाला भारत का पहला डायरेक्ट इन्वेसमेंट म्यूचुअल फंड प्रोडक्ट है, जहाँ आप 25 साल में 28 लाख तक सेव कर सकते हैं। इस प्रोडक्ट में, आप म्यूचुअल फंड ऑनलाइन खरीद सकते हैं, कमीशन-मुक्त, सीधे आपके डीमैट खाते में डिलीवर किया जा सकता है।
- ज़ेरोधा वर्सिटी: यह आपको स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, बैलेंस शीट कैसे पढ़ें, ऑप्शन मार्केट में ट्रेड कैसे करें, बेस्ट पेयर – ट्रेडिंग स्टॉक, ट्रेडिंग और मनी मैनेजमेंट के तरीके आदि के बारे में गहन ज्ञान प्रदान करता है।
निवेश/भागीदारी (Investor/stake/Equity)
Zerodha एक सफल bootstarrped कंपनी है। इस कंपनी ने अभी तक कोई फंडिंग प्राप्त नहीं की है।
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