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cryptocurrency kya hai | क्या नुकसान और लाभ है आओ जानते है

cryptocurrency kya hai और cryptocurrency Ko Kaise इस्तेमाल किया जाता है इस तेजी से बढ़ते digital world में करेंसी ने भी अपना digital रूप ले लिया है इस digital करेंसी को ही cryptocurrency कहा जाता है ये decentralized सिस्टम द्वारा चलाया जाता है यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई भी मालिक नहीं होता है इसे आप अपने हाथ क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे से छु नहीं सकते है जैसे हम नोट या सिक्को को पकड़ सकते है पर digital करेंसी को नहीं पकड़ सकते है cryptocurrency एक आभासी मुद्रा होती है इसकी जानकारी और इसे 2009 में मार्किट में लाया गया था

सबसे पहली cryptocurrency bitcoin ही थी ये करेंसी असली सिक्को और नोट जैसे नहीं होती है हम इसे सिक्को और नोट की तरह हाथ में नहीं ले सकते है न तो हम इसे अपनी जेब में रख सकते है

लेकिन ये हमारे digital wallet में इकट्ठे रहती है इस लिए इसे आसान भाषा में आप इसे ऑनलाइन करेंसी भी कह सकते है क्यूंकि इन्हें ऑनलाइन ही ख़रीदा और बेचा जा सकता है

जैसे के आप जानते है की हमारे नोट और सिक्को पर गवर्मेंट का पूरा नियंत्रण होता है लेकिन cryptocurrency के उपर कोई भी नियंत्रण नहीं होता है इस पर किसी भी बैंक और एजेंसी का भी इस पर नियंत्रण नहीं होता है ये एक पार्टी दुवारा दूसरी पार्टी को बिना किसी सरकारी बैंक की मदद से भेजा जाता है

cryptocurrency को बैंक के द्वारा नियंत्रण नहीं किया जाता है ये ऑनलाइन कंप्यूटर wallet से स्थानांतरण होता रहता है मार्किट के अंदर 5000 से भी ज्यादा cryptocurrency चल रही है जो सबसे जयादा चलने वाले है रिप्पल , एथेरयूम , लाइटकॉइन, तेथर और लिब्रा है इन में आप इन्वेस्टमेंट कर सकते है

आप इसे कॉइन की तरह कंप्यूटर के माध्यम से खरीद और बेच सकते है सबसे चलने वाले करेंसी बिटकॉइन है इस का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि कुछ कंपनी ने बिटकॉइन को लेना शुरू कर दिया है आने वाले समय में इन कम्पनी के नंबर आगे बढ़ेगे | बिटकॉइन के माध्यम से आने वाले समय में घूमना फिरना ,खाना पीना , खाने को पहुचना ,सामान को ख़रीदा जा सकता है

भारत में धीरे धीरे ही सही पर cryptocurrency चलती जा रही है इसकी धीमी गति का होने का कारण इसका अवैध होना था इसे RBI के द्वारा बैन किया गया है मार्च 2020 को इस पर से बैन को हटा दिया गया है

आज के समय में भारत में लोग FD,Mutual Fund और शेयर मार्किट और अन्य सेवाएं ले है जो की बैंक द्वारा उपलब्ध है cryptocurrency में इन्वेस्टमेंट अगर आप करते है तो इसमें कोई भी बिचोला नहीं होता है और न ही ज्यादा लेनदेन शुल्क देना पड़ता है फेसबुक ,paypal, वालमार्ट और अम्जोंन जैसे बड़ी बड़ी कंपनी इसके साथ जुडी हुई है

आज के समय में Elon Musk , Jack Dorsey, Mike Tyson ,Kanye West भी बड़े बड़े चेहरे cryptocurrency का उपयोग करते है

USA , China , Japan , Spain ,Romania जैसे देशो में cryptocurrency का इस्तेमाल करने वाले लोग बहुत ही ज्यादा है

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cryptocurrency Ko Kaise ख़रीदा और इस्तेमाल किया जाता है

आज के समय में बहुत सी ऐसी App मार्किट में आ गई है जिस पर आप cryptocurrency ख़रीदा और बेचा जा सकता है

जैसे coinswitch kuber , wazirx App है पूरी दुनिया में इसके मिलियन इस्तेमाल करने वाले लोग है और धीरे धीरे और बड़ते जा रहे है coinbase कंपनी ने अमरीका में इस कंपनी को रजिस्टर किया जिसे ही उसने रजिस्टर किया उसकी मुद्रा में बहुत ही ज्यादा उछाल देखने को मिला इस कंपनी ने उम्मीद से ज्यादा मुनाफा कमाया |

ये कंपनी cryptocurrency को खरीदने और बेचने का काम करती है जैसे आप फ्लिप्कार्ट और अम्जोंन पर सामान खरीदते है उसी तरह ये कंपनी cryptocurrency ख़रीदने और बेचने का प्लेटफार्म है

ये टेक्नोलॉजी blockchain की तरह बनाया गया है ये digital तरीके से बनाया गया है अगर इसमें कोई भी हेराफेरी करने के कोशिश करता है तो मुद्रा जीरो होने में समय नहीं लगता है बीच में लेनदेन रोका नहीं जा सकता है

जैसे की कह सकते है bitcoin का नाम आपने बहुत ही बार सुना होगा बिटकॉइन 2017 में $20000 रूपए का था उसके बाद आज 2021 में इसका भाव $60000 डोलर से भी ज्यादा हो गया लोगो ने इसे खरीदना और बेचना शुरू कर दिया क्युकी की डिजिटल करेंसी थी इस पर लोगों ने बहुत पैसे लगाये आज भी कई लोगो इसको खरीद बेच रहे है और मुनाफा भी कमा रहे है

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी | What Is Cryptocurrency In Hindi

क्या आप जानना चाहते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में? जैसे कि आप जानते हैं आजकल क्रिप्टो करेंसी का बहुत सारा खबर यह वहां फैले हुए हैं। इस वजह से हर कोई क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना चाहते हैं। और कुछ लोग तो यह भी जानना चाहते हैं इंडिया के अंदर Cryptocurrency में कैसे निवेश किया जाए जिससे उन लोगों को फायदा हो। क्योंकि आप में से जो भी लोग क्रिप्टो करेंसी एवं इसकी अचानक शेयर बरने का खबर पाते हैं तो इस Crypto Currency में निवेश करने के लिए तुरंत सोचते रहते हैं।

इसलिए आज हम इस लेख में क्रिप्टो करेंसी के अंदर की सारी खबर को आज इस लेख में विस्तार से आलोचना करेंगे एवं आपको यह भी बताएंगे अगर आप इंडिया में रहकर Cryptocurrency को खरीदना चाहते हैं तो किस किस प्लेटफार्म के जरिए खरीद सकते हैं वह भी जीरो एक्स्ट्रा चार्जेस के। तो अगर आप क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में विस्तार में जानना चाहते हैं तो हमारी इस लेख को अंत तक आप अच्छी तरीके से परे।

Table Of Contents

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी | What Is Cryptocurrency In Hindi

अभी आप में से बहुत लोग यह सोच रहे होंगे कि अगर क्रिप्टो करेंसी एक बायनरी कोडिंग का कंबीनेशन है तो वह कभी भी कहीं भी इस को हैक किया या फिर डिलीट किया जा सकता है। इस चीज को ध्यान में रखते हुए आजकल हर एक Cryptocurrency का ट्रांजैक्शन को एक से अधिक डिवाइस में सेव किया जाता है, जिससे अगर कोई भी एक डिवाइस खराब हो जाए तो कोई भी यूजर का ट्रांजैक्शन डीटेल्स रिकॉर्ड डिलीट ना हो।

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी बताये

क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके बारे में और भी तथ्थ जाना है तो – क्रिप्टो करेंसी एक पेपर लेस यानी कि डिजिटल Currency के रूप में जाना जाता है जिसको आप डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी बोल सकते हैं। जब क्रिप्टो करेंसी का पहले लांच हुआ था तब हर एक क्रिप्टो करेंसी सेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी की तरह काम करता था। लेकिन उसके दो-तीन साल बाद जब इस प्रकरण से के ऊपर कुछ नियम एवं एक सेंट्रल बोर्ड घटित हुए उसके बाद ही हर एक क्रिप्टो करेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के अंदर लाया गया।

बिटकॉइन कैसे खरीदें

अभी आप सोच रहे होंगे कि यह सेंट्रलाइज्ड एवं डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या होता है। Crypto Currency का सेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी का मतलब यह है कि अगर आप कोई भी सेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो करेंसी में ट्रांजैक्शन करते हैं तो उसका डिटेल्स सिर्फ उसका ओनर के डिवाइस में ही रहेगा।

दूसरी और अगर आप कोई भी डिसेंट्रलाइज्ड Cryptocurrency टेक्नोलॉजी में कोई भी क्रिप्टो करेंसी को खरीदते हैं या सेल करते हैं तो उसका डिटेल्स बहुत सारे कंप्यूटर में ब्लॉक चीन की तरह सेव रहेगा जिससे आपका ट्रांजैक्शन एवं आपका पैसा सेवी एवं सिक्योर रहे।

क्रिप्टो करेंसी Formal Information

कुछ क्रिप्टो करेंसी विशेषण के द्वारा दिया गया तथ्य के अनुसार Cryptocurrency कुछ चीजों के ऊपर निर्भर करके काम करता है। अगर आप क्रिप्टो करेंसी क्या है यह विस्तार से जानना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए यह चीजों को भी अच्छी तरीके से समझना होगा।

  • कोई भी क्रिप्टो करेंसी ओनर का सिस्टम सेंट्रलाइज्ड अथॉरिटी ना भी हो तो भी चलेगा एवं यह पूरा डिस्ट्रीब्यूशन प्रोसेस के ऊपर काम करता है.
  • क्रिप्टो करेंसी का जो भी सिस्टम है वह क्रिप्टो यूनिट एवं क्रिप्टो ओनरशिप के द्वारा ही पता चलता है.
  • Crypto Currency का हर एक ओनरशिप एवं अन्य डिटेल्स क्रिप्टोग्राफ के द्वारा ही का चलता है.

क्रिप्टो कॉइन खरीदने का फायदा

अभी आप में से बहुत लोग Cryptocurrency के बारे में जानने के बाद तुरंत ही क्रिप्टो कॉइन खरीदने के लिए उत्साहित हो गए होंगे। लेकिन हम चाहते हैं आप कोई भी क्रिप्टो कॉइन खरीदने से पहले इसका फायदा क्या है एवं आप कौन सी Crypto Coins खरीदने पर भविष्य में उससे अच्छा खासा लाभ हो सकता है इस विषय में जानना बहुत ही जरूरी है। इस विषय में बातचीत करने से पहले हम आपको दो ऐसे प्लेटफार्म का लिंक दे रहे हैं जिससे आप Zero Extra Charges पर ही कोई भी क्रिप्टो कॉइन खरीद सकते हैं। वह दोनों क्रिप्टो करेंसी खरीदने का प्लेटफार्म का लिंक नीचे दिया गया है –

आप ऊपर दिए गए दोनों में से कोई भी एक क्रिप्टो प्लेटफार्म के द्वारा इंडिया में रहकर ही कोई भी क्रिप्टो कॉइन खरीद सकते हैं, जो आपको भविष्य में अच्छा खासा मुनाफा दे सकता है। हम आशा करते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में जानने के बाद आप यह दोनों प्लेटफार्म को जरूर इस्तेमाल करके कोई ना कोई Crypto Coin भविष्य के फायदे के बारे में सोच कर जरूर खरीदेंगे।

भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है?

भारत में Cryptocurrency का भविष्य बहुत बड़ा है क्योंकि आजकल बहुत सारे युवा इस क्रिप्टो करेंसी में बहुत निवेश कर रहे हैं। इस

क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है?

अभी के टाइम पर क्रिप्टो करेंसी 100 से भी अधिक प्रकार का मार्केट में अवेलेबल है।

क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी में?

Crypto Currency एक डिसेंट्रलाइज्ड बायनरी कोडिंग टेक्नोलॉजी है जिसको हम मनी एक्सचेंज के रूप में क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे यूज करते हैं।

सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

अभी तक का सबसे सस्ता क्रिप्टो करेंसी का नाम है शिबा इनु (Shiba Inu)।

इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?

अभी इंडिया की कोई भी क्रिप्टो करेंसी नहीं है क्योंकि इंडिया में Cryptocurrency पूरी तरह से बैन है।

निष्कर्ष

तो आज आप इस लेख में क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी (What Is Cryptocurrency In Hindi) में डिटेल में ज्ञान आ चुके हैं। आशा करता हूं अगर आपके मन में क्रिप्टो करेंसी को लेकर कुछ भी प्रश्न था तो हमारे इस लेख को पढ़ने के बाद वह सारे प्रश्न का उत्तर आपको मिल गया होगा। इसके अलावा भी अगर आपके मन में Crypto Currency को लेकर कुछ भी दुविधा है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना प्रश्न पूछ सकते हैं।

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Cryptocurrency क्या है? जानिए इसके 5 सीक्रेट

“Cryptocurrency क्या है?” का उत्तर संक्षिप्त में क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे दे; तो कह सकते हैं. कि Cryptocurrency एक आभासी मुद्रा (Virtual Currency) है. यह एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है.यह फिजिकल रूप में नहीं होती है।

Cryptocurrency क्या है?

Cryptocurrency भी अन्य currency (जैसे रुपया, डॉलर, यूरो) तरह एक करेंसी ही होती हैं। इसे Digital Money का नाम भी दिया गया है।

भौतिक (फिजिकल) रूप से मतलब ” किसी खास मुद्रा (जैसे रूपया) के छपे नोटों से, तथा सिक्कों से है। उदाहरण के लिए, 100 रुपये का नोट, 5 रुपये का सिक्का आदि भौतिक मुद्रा या Physical currency हैं.इस पर किसी एक व्यक्ति या ग्रुप का नियंत्रण नहीं होता है

क्रिप्टोकरेंसी शब्द के बारे में

यह जानने के लिए कि “Cryptocurrency क्या है?” इसके इतिहास को जानना चाहिए। Cryptocurrency, यह शब्द क्रिप्टोग्राफ़ी (Cryptography) से जुड़ा हुआ है. क्रिप्टोग्राफ़ी की शुरुआत सन 1983 में एक अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर David Chaum के साथ हुई थी.

क्रिप्टोग्राफ़ी एक अध्ययन का ऐसा क्षेत्र होता है; जिसमे इनफार्मेशन को सुरक्षित करने के बारे में अध्ययन किया जाता है. ताकि कोई तीसरा व्यक्ति किसी सूचना को न पढ़ सके।

हालांकि, Cryptocurrency शब्द का चलन मुख्य धारा में Bitcoin की खोज के साथ हुआ. बिटकॉइन, की खोज एक Satoshi Nakamoto नाम के डेवलपर ने की थी. बिटकॉइन की खोज जनवरी 2009 में की गयी थी।

क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास

वर्ष 1983 में, एक अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर ने वर्चुअल मनी के बारे परिकल्पना की; जिसे eCash का नाम दिया। बाद में 1995 में, इसे डिजीकैश का नाम दिया गया.

1996 में, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने हाउ टू मेक टू मिंट: एनक्रिप्टेड इलेक्ट्रॉनिक कैश की क्रिप्टोग्राफ़ी का एक पेपर प्रकाशित किया, जिसमें एक क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रणाली का वर्णन किया गया।

पहली Decentriliced Cryptocurrency का विकास Bitcoin के रूप में 2009 में हुआ. Bitcoin की खोज एक Satoshi Nakamoto नाम के डेवलपर ने की थी. हालांकि डेवलपर के नाम के अलावा और अधिक जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी.

बिटकॉइन मुख्य रूप से Blockchain पर आधारित होता है. “Blockchain” एक क्रिप्टोग्राफ़ी के माध्यम से सुरक्षित किया गया Ledger होता है. इसमें बिटकॉइन के सभी लेन देन को सुरक्षित रखा जाता है। ब्लॉकचैन में बिटकॉइन के प्रथम धारक से लेकर अंतिम धारक तक का डेटा सुरक्षित होता है. यह encrpt फॉर्म में होता है. बिटकॉइन के किसी ट्रांजेक्शन को Blockchain Explorer के माध्यम से वेरीफाई भी किया जा सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल वॉलेट में रखी जाती है; जिसको इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जाता है. यह साधारण मुद्रा जैसे रुपया, डॉलर आदि से अलग होती है. चूंकि इसका कोई सेन्ट्रल एडमिनिस्ट्रेशन पॉइन्ट नहीं होता है.

ब्लॉकचैन के माध्यम से इसके लेन देन का रिकार्ड रखा जाता है. Blockchain एक ledger के रूप में कार्य करती है. कुछ छोटे छोटे ट्रांजेक्शन से मिलकर एक ब्लॉक बनता है. ये ब्लॉक आपस में जुड़े होते हैं. इसी लिए इसे ब्लॉक चैन कहा जाता है।

बिना किसी सेंट्रल बैंक या सेंट्रल administraation के यह काम करती है. इसका डाटा अलग अलग कम्प्यूटर्स पर होता है. बिटकॉइन के P2P नेटवर्क के जरिये के यूजर दूसरे यूजर तक क्रिप्टोकरेंसी भेज सकता है।

यदि क्रिप्टोकरेंसी में कोई लेन देन किया जाता है. तो यह जानकारी blockchain पर दर्ज हो जाती है. किसी ट्रांजेक्शन की वैलिडिटी चेक करने का काम Miner करता है. इस प्रक्रिया को Mining कहते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे?

Cryptocurrency Exchange या मार्केट, एक ऐसा स्थान होता है. जहां पर कोई व्यक्ति क्रिप्टो करेंसी को खरीद व् बेच सकता है। क्रिप्टो एक्सचेंज अलग अलग क्रिप्टो जैसे Bitcoin, Ethereum, Binance coin, Solana, Doge coin आदि को रखने तथा ट्रेडिंग की सुविधा देते हैं.

इन एक्सचेंज के माध्यम से staking भी की जाती है. कुछ समय से क्रिप्टो future Contract ट्रेडिंग भी होने लगी है.

स्टैकिंग एक प्रक्रिया होती है जिसमे यूजर अपनी क्रिप्टो एसेट कुछ पहले से निश्चित समय के लिए एक्सचेंज के पास रखते हैं, जिसके बदले यूजर को कुछ ब्याज दिया जाता है।

टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Top 10 Cryptocurrency Exchange)

क्रिप्टोकरेंसी के प्रयोग (Use)

  • बहुत से लोग इसका उपयोग केवल निवेश के तरीके के रूप में करते हैं।
  • ऐसा माना जाता है, कुछ गलत लोग इसका प्रयोग टेरर फंडिंग में करते हैं।
  • कुछ Metaverse वेबसाइट इन Crypto Token को अपने मेटावर्स में Virtual Land, Non fungible Token (NFT) खरीदने के लिए करते हैं। जैसे की Decetraland में Mana टोकन का प्रयोग होता है।
  • Sandbox गेम में भी Sand नाम के टोकन का प्रयोग गेम मेटावर्स में Virtual चीजे खरीदने में होता है।

बिटकॉइन (Bitcoin)

बिटकॉइन को सबसे पहली क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है. आज सबसे ज्यादा कीमत की यदि कोई क्रिप्टोकरेंसी है, तो वह बिटकॉइन ही है. बिटकॉइन की कीमत 50,000 अमेरिकी डॉलर तक जा चुकी है. बिटकॉइन को प्राइमरी क्रिप्टोकरेंसी भी माना जाता है.

ऑल्टकॉइन (Altcoin)

जैसा की ऊपर बताया जा चूका है की बिटकॉइन को प्राइमरी क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है. इसी रेफरेन्स से बिटकॉइन के आलावा अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी को ऑल्टकॉइन (Altcoin) कहा जाता है.

मार्केट केपेटलाइजेसन के हिसाब से बिनान्स कॉइन (Binance Coin), टीथर (Tether), सोलाना (Solana), यु एस डी कॉइन (USDC), कार्डेनो (Cardano), रिपल (XRP), पोल्काडॉट (PolkaDot), डोजकॉइन (Dogecoin), एवेलांचे (Avalanche), लाइटकॉइन (Litecoin) आदि ऑल्टकॉइन (Altcoin) के उदाहरण हैं.

Cryptocurrency के फायदे

  • क्रिप्टोकरेंसी को अब तक सबसे सुरक्षित माना गया है.
  • इसे किसी अन्य व्यक्ति के पास भेजने में बहुत ही कम फीस लगती है. अपेक्षाकृत पुराने माध्यम के।
  • यदि इसे साक्षी तरीके से रखा जाये तो इसे कोई चोरी नहीं कर सकता।
  • एक संस्था या व्यक्ति का नियंत्रण नहीं होने के कारण, बाजार में अधिक नहीं आ सकती इसलिए मॅहगाई से लड़ सकती है।

Cryptocurrency की कमियां

  • किसी व्यक्ति के पास अगर क्रिप्टोकरेंसी भेजते समय Crypto Wallet का एड्रेस सही नहीं भरा जाये, तो यह आपके वॉलेट से कट जाएगी और उस व्यक्ति को नहीं मिलेगी।
  • यदि किसी वॉलेट की आई दी खो जाये, तो उसे दोबारा पाना बहुत मुश्किल होता है.
  • इसका लेन देन केवल इंटरनेट के माध्यम से ही किया जा सकता है, इसलिए हर कोई लेन देन नहीं कर सकता।
  • इसकी कोई फिक्स्ड कीमत नहीं होती, उतार चढाव अधिक होने के कारण नुकसान भी हो सकता है।

निष्कर्ष

ये क्रिप्टोकरेंसी एक बहुत ही कम की चीज है. यदि इसको सही तरीके से प्रयोग किया जाये, तो यह बहुत ही अच्छी है. अंत में, हम सक्षेप में दोबारा याद करते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी एक Digital Currency होती है, जो ब्लॉकचैन पर काम करती है. यह एक Digital Wallet में स्टोर की जाती है.

डिजिटल करेंसी क्या होती है | What is Digital Currency in Hindi

डिजिटल करेंसी क्या होती है | What is Digital Currency in Hindi

हम सभी जानते है, कि प्रत्येक देश की अपनी एक अलग करेंसी होती है और उस देश में सभी प्रकार के वित्तीय लेन-देन उसी मुद्रा के अनुरूप किया जाता है| जैसे कि अमेरिका में यूएस डॉलर, भारत में रुपये और अरब देशों में रियाल आदि का उपयोग किया जाता है| सबसे खास बात यह है, कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर नें देश में जल्द ही डिजिटल करेंसी लांच करनें का संकेत दिया है और इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गयी है| अब आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा होगा, कि आखिर डिजिटल करेंसी कौन सी नई बला है| डिजिटल करेंसी क्या होती है, इसके उपयोग, लाभ के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी प्रदान कि जा रही है|

डिजिटल करेंसी क्या होती है (What is Digital Currency)

डिजिटल करेंसी को ई-मुद्रा (E-Currency) भी कहते है और इसका पूरा नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है| क्रिप्टो करेंसी नोटों की तरह नहीं होती है| हालाँकि आप इसे अपनें कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन आदि पर बड़ी आसानी से देख सकते है| इसके साथ ही आप डायरेक्ट इसे अपनें बैंक खाते में ट्रान्सफर भी कर सकते है|

आपको बता दें, कि क्रिप्टो करेंसी को उस देश के सेंट्रल अर्थात केन्द्रीय बैंक द्वारा जारी किया है और इसे उस देश की गवर्नमेंट द्वारा मान्यता भी मिली होती है| डिजिटल करेंसी की खासियत यह है, कि इसे देश की सॉवरेन करेंसी में परिवर्तित किया जा सकता है। भारत के लोग डिजिटल करेंसी को अपनी भाषा में डिजिटल रुपया (Digital Rupee)भी कह सकते हैं।

डिजिटल करेंसी के प्रकार (Types Of Digital Currency)

डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा 2 प्रकार की होती है|

2. होलसेल (Wholesale)

यदि हम इन दोनों डिजिटल मुद्राओं की बात करे तो, रिटेल डिजिटल मुद्रा (Retail Digital Currency) का उपयोग देश के आम नागरिकों और कम्पनियों द्वारा किया जाता है, जबकि होलसेल डिजिटल मुद्रा (Wholesale Digital Currency) का उपयोग सिर्फ वित्तीय संस्थाओं (Financial Institutions) द्वारा किया जाता है।

डिजिटल करेंसी कैश से कितनी अलग होगी (How Different will Digital Currency Be From Cash)

यदि हम डिजिटल करेंसी को साधारण भाषा में समझे तो यह हमारे पास मौजूद धन का इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा, जिसे हम सहूलियत के अनुसार अपनें फोन, कंप्यूटर-लैपटॉप की सहायता से लेन-देन कर सकेंगे| डिजिटल मुद्रा का इस्तेमाल बिल्कुल नगद धन की तरह ही किया जा सकेगा, बस फर्क यह होगा यह आपके पास नगद के रूप में न होकर इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा|

यदि आप किसी को भुगतान करना चाहते है, तो आप इसे अपनें फोन से बड़ी सरलता से कर सकते है| जिस प्रकार जब आप कोई सामान दूकान से खरीदते है, तो आप दुकानदार को डायरेक्ट पैसे देते है ठीक उसी प्रकार डिजिटल करेंसी द्वारा भुगतान करनें या लेनदेन में बैंक की मध्यस्थता नहीं होगी|

डिजिटल करेंसी के फायदे (Advantages of Digital Currency)

डिजिटल मुद्रा अर्थात क्रिप्टो करेंसी की खासियत यह होगी कि लोगो को इसके गुम हो जानें या चोरी हो जानें का भय नहीं होगा| जिस प्रकार लोगो को अधिक नगद कैश ले जानें पर खतरा काफी अधिक होता है, इसमें ऐसा कुछ नहीं होगा| एक तरह से देखा जाये तो लोगो की सुरक्षा की दृष्टि से यह लोगो के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा|

यदि हम कैश की बात करें, तो कोई व्यक्ति किसी शख्स को कितना कैश देता है, तो उसका कोई भी आकड़ा सरकार के पास नहीं होता है, जिसके कारण इसे ट्रैक करना बहुत ही क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे कठिन काम हो जाता है। डिजिटल करंसी में लेन-देन करनें पर इसकी ट्रैकिंग बहुत ही आसान हो जाएगी। जिसके परिणाम स्वरुप कालेधन पर लगाम लग सकेगी| इसके साथ ही टैक्स चोरी भी कम हो जाएगी|

फ़ास्ट ट्रांसक्शन (Fast Transaction)

डिजिटल मुद्राएं या क्रिप्टो करेंसी पारंपरिक वित्तीय संस्थानों के माध्यम से किए गए लेनदेन की तुलना में काफी फ़ास्ट होती हैं। उदाहरण के लिए यदि हम विदेश में अपने किसी फैमिली मेम्बर को पासी ट्रान्सफर करते है, तो रिसीवर के अकाउंट में पैसे पहुँचने में कभी-कभी 24 घंटे या उससे अधिक समय लग जाता है| लेकिन डिजिटल करेंसी को ट्रान्सफर करने में मात्र कुछ सेकेंड्स का समय लगता है|

कोई शुल्क नहीं (No fee)

आपके खाते में पैसा आपका है, इसके बावजूद बैंकों द्वारा आपसे एटीएम शुल्क, ट्रान्सफर फीस, ट्रान्सफर फीस और क्लोजिंग फीस ली जाती है | हालाँकि विदेश में अपना पैसा खर्च करने के लिए अक्सर शुल्क भी लगता है। जबकि डिजिटल करेंसी पर आपका पूर्ण स्वामित्व होता है और इसका इसका उपयोग बिना किसी शुल्क का भुगतान किये बिना आप अपनी इच्छानुसार कर सकते हैं |

पेमेंट ट्रैकिंग की सुविधा (Payment Tracking Facility)

क्रिप्टो करेंसी को मुख्य रूप से पारदर्शिता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी जो ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करती हैं। इसका मतलब है, कि आप देख सकते हैं कि आपका पैसा हर लेनदेन के बाद कहां है।

धोखाधड़ी से सुरक्षा (Fraud Protection)

सामान्‍य तरीके से ऑनलाइन सामान ख़रीदने का अर्थ है, कि आपके व्‍यक्तिगत और भुगतान विवरण कंपनियों द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं, जिससे कभी भी चोरी हो जाने पर धोखाधड़ी की पूरी संभावना बनी रहती है । जबकि डिजिटल करेंसी के माध्यम से लेनदेन करनें में आपकी व्यक्तिगत जानकारी को कभी भी साझा करने की आवश्यकता नहीं होती है।

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