ये प्लान हॉस्पिटलाइजेशन के खर्च को कवर नहीं करते हैं. ये प्लान लिस्ट में शामिल गंभीर बीमारियों के डायग्नोस पर एकमुश्त लाभ प्रदान करते हैं.
रिटायरमेंट तक क्यों रुकें, 40 की उम्र में ही बनिए करोड़पति, जानिए तरीका
क्या आपका लक्ष्य कुछ समय में ठाठ से ज़िंदगी बिताने और करोड़पति बनने का है? खैर, इसका जवाब तो हां ही होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि करोड़पति कैसे बनना है? जी नहीं, हम यहां अमिताभ बच्चन के साथ सवालों के जवाब लॉक करने की बात नहीं कर रहे, हम बात कर रहे हैं सही ठंग से निवेश करके, करोड़ों कमाने की. अगर आपकी आंखों में भी यही सपना है, तो आपको SIP यानी सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान की तरफ नजर घुमाने की जरूरत है. चलिए, जानते हैं कि आपको कितना निवेश करना है, ताकि आप भी शान से कह सकें, मैं हूं करोड़पति.
सबसे पहले आपको यह जानने की जरूरत है आप कितना जोखिम उठा सकते हैं और उस हिसाब से चुनें कि किस तरह के म्यूचुअल फंड में आपको निवेश करना है. अगर आपको औसत रिटर्न और कम जोखिम वाले विकल्प चाहिए, तो आप लार्ज कैप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं.
कैसे 40 की उम्र में बनेंगे करोड़पति
अब यहां 12% के रिटर्न के हिसाब से लगाएं, तो आपको हर महीने सिर्फ ₹11,000 की SIP करनी होगी. 20 साल तक ये जारी रखने के बाद, आपको अकाउंट में जमा हो जाएंगे पूरे एक करोड़ रुपए! दरअसल, उससे थोड़ा ज़्यादा ही. आपको मिलने वाली कुल रकम होगी ₹1,09,90,627. अगर आप 20 साल की उम्र में ये निवेश शुरू करते हैं, तो आप 40 साल की उम्र में करोड़पति बन सकते हैं.
ये तो था 20 साल में करोड़पति बनने का सीधा फ़ॉर्मूला, लेकिन इसके अलावा भी आपको कई बातों को ध्यान में रखा ज़रूरी है.
ध्यान रखें
हर साल आपकी सैलरी बढ़ने के साथ-साथ, आपको SIP में भी 10% का इजाफा करना होगा.
निवेश के समय महंगाई दर को भी ध्यान में रखें क्योंकि बढ़ती महंगाई के साथ, आपकी आज की बचत की वैल्यू, कल कम हो सकती है.
आप अपनी क्षमता, अपने लक्ष्य और अपने पसंद के फ़ंड के हिसाब से बदलाव करें और करोड़पति बनने की अपनी मंज़िल तक पहुंचने का रास्ता तैयार करें.
अगर आप म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश करना चाहते हैं, और एक मोटा पैसा इकट्ठा करने का इरादा रखते हैं तो जरूरी है कि आप जितना जल्दी हो सके निवेश की शुरुआत करें. तभी आपको ज्यादा अवधि मिलेगी और कंपाउंडिंग का फायदा भी मिलेगा.
Archean Chemical IPO: इस केमिकल कंपनी ने 386-407 रुपये का रखा प्राइस बैंड, जानें इस IPO के सभी डिटेल
Moneycontrol 03-11-2022 Moneycontrol Hindi
© Moneycontrol द्वारा प्रदत्त Archean Chemical IPO: इस केमिकल कंपनी ने 386-407 रुपये का रखा प्राइस बैंड, जानें इस IPO के सभी डिटेल Archean Chemical IPO: स्पेशयलिटी केमिकल कंपनी आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज (Archean Chemical Industries) का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) अगले हफ्ते 9 नवंबर को खुलेगा और 12 नवंबर को बंद होगा। कंपनी ने IPO के लिए 386 से 407 रुपये का प्राइस बैंड (Price Band) तय किया है। एंकर निवेशकों के लिए यह IPO 7 नवंबर को एक दिन के लिए खोला जाएगा। कंपनी अपने IPO से कुल 1,462.3 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। इसमें से 805 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है, जबकि 1.61 करोड़ शेयरों प्रमोटर और मौजूदा शेयरहोल्डर अपनी तरफ से बिक्री के लिए रखेंगे। Archean Chemical IPO: इतना रुपया करना होगा निवेश? IPO के लिए निवेशकों को कम से कम 36 शेयर और उसके बाद 36 के गुणक में बोली लगानी होगी। रिटेल निवेशकों को कम से कम 14,652 रुपये निवेश करने होंगे और अधिकतम 13 लॉट के लिए 1,90,476 रुपये निवेश कर सकते हैं। IPO का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB), 15 ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और बाकी 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित है। ऑफर-फॉर-सेल (OFS) में ये निवेशक बेचेंगे हिस्सेदारी ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत प्रमोटर केमिकास स्पेशियलिटी अपने 20 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखेगी। वहीं निवेशकों मे से पिरामल नैचुरल रिसोर्सेज और इंडिया रिसर्जेंस फंड स्कीम-I दोनों साढ़े 38-38 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे। जबकि इंडिया रिसर्जेंस फंड स्कीम-II करीब 64.78 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखेगी। यह भी पढ़ें- Buzzing Stocks: जानिए क्यों भाग रहे इस सरकारी कंपनी के शेयर, 4 महीने में 93% की आई तेजी, तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड कंपनी ने बताया कि नए शेयरों का जारी जुटाई गई रकम का इस्तेमाल नॉन-कनवर्टिबल डेबेंचर्स को रिडमी करने और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने में किया जाएगा। Archean Chemical Industries का क्या है कारोबार? आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज का मुख्य फोकस ब्रोमीन, इंडस्ट्रियल सॉल्ट और पोटाश सल्फेट के उत्पादन और एक्सपोर्ट पर है। कंपनी के ग्राहक दुनिया भर में हैं। ब्रोमीन एक काफी अहम केमिकल है, जिसका इस्तेमाल फार्मा से लेकर एग्रीकल्चर, वाटर ट्रीटमेंट, फ्लेम रिटार्डेंट्स, एडिटिव्स, ऑयल एंड गैस और एनर्जी स्टोरेज बैटेरीज में होता है। इस महीने लॉन्च होने वाला छठवां IPO यह छठवां आईपीओ है, जो इस महीने निवेशकों के लिए खुलेगा। इसके अलावा डीसीएक्स सिस्टम्स (DCX Systems), फ्यूज माइक्रो फाइनेंस (Fusion Micro Finance), ग्लोबल हेल्थ (Global Health), बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल (Bikaji Foods International) और फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस (Five Star Business Finance) का IPO भी इसी महीने में निवेशकों के लिए लॉन्च हुआ है।
IPO में निवेश करने वालों के लिए मौका, Blackstone के समर्थन वाली इस कंपनी ने सेबी में जमा कराए ड्राफ्ट पेपर
Nexus Select Trust IPO के जरिए भारतीय शेयर बाजार से 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4050 करोड़ रुपये) जुटाना चाहती है। कंपनी की योजना 2023 की शुरुआत में आईपीओ लाने की है। इसके लिए कंपनी ने ड्राफ्ट पेपर जमा करा दिए हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म ब्लैकस्टोन के द्वारा समर्थित फर्म नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें लाने को लेकर आने की तैयारी कर रही है। ये एक रिटेल आरईआईटी होगा और इसके जरिए कंपनी 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4050 करोड़ रुपये) जुटाना चाहती है। नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट के पास भारत के 14 बड़े शहरों में 17 शॉपिंग मॉल्स हैं इसकी वैल्यूएशन 3 बिलियन डॉलर (करीब 24,400 करोड़ रुपये) है।
क्या होते हैं REIT?
वैश्विक स्तर पर आरईआईटी एक लोकप्रिय निवेश का विकल्प है। इस उद्देश्य रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करना होता है। इसके जरिए रिटेल निवेशक बड़े रियल एस्टेट प्रजेक्ट्स में निवेश कर सकते हैं। भारत में कोरोना के बाद ये लोकप्रिय हुआ है। मौजूदा समय में ब्रूकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट, एम्बेसी ऑफिस पार्क ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें आरईआईटी और माइंडस्पेस बिजनेस पार्क आरईआईटी भारत में शेयर बाजार में लिस्टेड आरईआईटी है।
सम इंश्योर्ड (बीमा राशि)
विदेशों में इलाज का खर्चा ज्यादा है. इसलिए, ये पॉलिसी उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो हाई सम इंश्योर्ड का ऑप्शन चुन सकते हैं. उदाहरण के लिए: मणिपाल सिग्ना के लाइफटाइम हेल्थ ग्लोबल प्लान कवर 50 लाख रुपये से शुरू होकर 3 करोड़ रुपये के सम इंश्योर्ड प्लान तक है.
बीमित व्यक्ति को ऐसे प्लान के तहत चुने गए सम इंश्योर्ड तक कवर किया जाता है, और कोई स्पेसिफिक केप नहीं होती है.
भुगतान करने का तरीका
बीमाकर्ता से पहले ही पूछ लेना चाहिए कि क्लेम का भुगतान कैशलेस या फिर रिम्बर्समेंट किसके आधार पर किया जाएगा. रिम्बर्समेंट के केस में, ट्रीटमेंट के लिए जाने से पहले आपके पास एडवांस में फंड होना चाहिए.
कैशलेस क्लेम के लिए, आपके मेडिकल बिल्स का बीमा कंपनी द्वारा सीधे हॉस्पिटल के साथ सेटलमेंट किया जाता है.
प्रीमियम रेट
यह एक इन-बिल्ट फीचर हो सकता है, या आप इसे अपनी पॉलिसी के साथ राइडर के रूप में ले सकते हैं. उदाहरण के लिए, मणिपाल सिग्ना की 30 साल के पुरुष (पति या पत्नी और दो बच्चों सहित) के लिए 1 करोड़ रुपये के लाइफटाइम हेल्थ ग्लोबल प्लान के 1 करोड़ के सम- इंश्योर्ड के लिए प्रीमियम की कॉस्ट लगभग 23,000 रुपये है.
ग्लोबल कवरेज ऑफर करने वाले इंश्योरर के साथ, आप या तो ग्लोबल कवरेज का ऑप्शन चुन सकते हैं या अपनी जरूरत के हिसाब से इसे कस्टमाइज कर सकते हैं.
अपने हेल्थ प्लान में ओवरसीज इंश्योरेंस शामिल करते समय यह सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त बीमा राशि लें क्योंकि विदेश में मेडिकल ट्रीटमेंट की कॉस्ट बहुत अधिक हो सकती है.
आखिर Paytm के शेयर लगातार क्यों गिर रहे हैं? गिरते प्रदर्शन से निवेशकों में चिंता
पेटीएम का मार्केट प्राइस अब 45 प्रतिशत से भी अधिक गिर गया है। पेटीएम की ऑपरेटर कंपनी One97 Communications 18 नवंबर को लिस्टिंग हुई थी परंतु अब इसका इशू प्राइस 2150 से गिरकर 1130 से भी नीचे आ गया है। पर Paytm को हो रहे घाटे के पीछे के कारण को इस रिपोर्ट में विस्तार से समझिए।
पेटीएम के शेयर इस समय लगातार गिर रहे हैं जिससे इसमें निवेश करने वालों की चिंता बढ़ गई है। आज दोपहर तक पेटीएम का स्टॉक लगभग −38.20 (3.41%) की गिरावट के साथ 1,081.45 पर ट्रेड कर रहा है। पेटीएम की ऑपरेटर कंपनी One97 Communications 18 नवंबर को लिस्टिंग हुई थी परंतु अब इसका इशू प्राइस 2150 से गिरकर 1130 से भी नीचे आ गया है। इसका अर्थ है कि IPO निवेशकों को हर लॉट पर 6 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। ब्रोकरेज फर्म Macquarie स्टॉक के लिए अपने टारगेट को 1,200 रुपये से 25% घटाकर 900 रुपये कर दिया है। 7 जनवरी के बाद से अब तक कि ये गिरावट 28 फीसदी है। इसका अर्थ है कि मैक्वेरी ने स्टॉक ग्लोबल हेल्थ आईपीओ में निवेश क्यों करें पर अपनी 'अंडरपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी। जिस तरह से Paytm का स्टॉक आए दिन गिर रहा है उससे लोगों के मन में सवाल है कि आखिर Paytm घाटे में क्यों चल रहा है।
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