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सीआरआर या कैश रिजर्व रेशियो (नकद आरक्षित अनुपात) क्या होता है?
4 मई, 2022 को आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 50 आधार अंकों की बढ़ोत्तरी कर 4.5% तक ला दिया, जो एक ऐसा कदम है जिससे ब्याज दरों पर दबाव पड़ने की संभावना है। हालांकि, इस कदम के पूरे असर को समझने के लिए हमें इस बात की अच्छी समझ होनी जरूरी है कि नकद आरक्षित अनुपात या सीआरआर क्या होता है।
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सस्ते Mutual Funds से कमाएं ज्यादा मुनाफा, एक्सपेंस रेश्यो देखकर चुने फंड
Expense Ratio से ही ये तय होता है कि कोई फंड आपको कितना सस्ता मिलेगा. एक्सपेंस रेश्यो के कम-ज्यादा होने का सीधा असर आपके रिटर्न पर भी पड़ता है.
जैसे-जैसे फंड साइज बड़ी होती है, फंड साइज बढ़ने पर कंपनी का खर्च कम होता है. ऐसे में एक लार्ज फंड का एक्सपेंस रेश्यो कम होगा और छोटे फंड हाउस का एक्सपेंस रेश्यो ज्यादा होगा.
म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में निवेश से पहले अक्सर हम उस फंड का प्रदर्शन देखते हैं. फंड मैनेजर के बारे में रिसर्च करते हैं. लेकिन एक और चीज है जो आपको देखनी चाहिए, वह है एक्सपेंस रेश्यो. फंड के एक्सपेंस रेश्यो (Expense Ratio) से ही ये तय होता है कि कोई फंड आपको कितना सस्ता मिलेगा. एक्सपेंस रेश्यो (Expense Ratio) के कम-ज्यादा होने का सीधा असर आपके रिटर्न पर भी पड़ता है.
NPS Scheme फायदे का सौदा, रोज 400 रुपये बचाकर पाएं 1 लाख महीने पेंशन, टैक्स में Extra छूट
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 01 जुलाई 2022,
- (अपडेटेड 01 जुलाई 2022, 5:31 PM IST)
- पर्सनल सेविंग्स पेंशन फंड में हो जाती है तब्दील
- रिटायरमेंट के लिए एक बड़ा कोष हो सकता है जमा
राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए सबसे ज्यादा पसंदीदा निवेश विकल्प है. इस योजना को पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट की ओर से संचालित किया जाता है. यानी यह योजना सीधे तौर पर सरकार (Government) से जुड़ी योजना है. एक ओर योजना के तहत आप प्रतिदिन 400 रुपये बचाकर, सेवानिवृत्ति (Retirement) पर 3 करोड़ रुपये और मासिक पेंशन 1 लाख रुपये प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें 80सी के तहत छूट के साथ ही 80 सीसीडी के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये तक की Income Tax छूट भी मिलती है.
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NPS Scheme को इस तरह समझें
एनपीएस दिशा-निर्देशों के मुताबिक, नेट एनपीएस मैच्योरिटी अमाउंट के कम से कम 40 फीसदी से एन्युटी खरीदना आवश्यक है. वहीं अगर कोई निवेशक इस लिमिट को बढ़ाना चाहता है तो बढ़ा भी सकता है. अगर कोई निवेशक इक्विटी-डेब्ट एक्सपोजर को 60:40 के अनुपात में रखते हुए 30 सालों तक अपने एनपीएस खाते में हर महीने 12,000 रुपये का निवेश करता है और शुद्ध एनपीएस मैच्योरिटी इनकम से 40 फीसदी एन्युटी खरीदता है, तो इसमें इन्वेस्ट पर 10 फीसदी रिटर्न मानते हुए उसे 1,64,11,142 रुपये लंप सम इनकम और 54,704 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी.
बढ़ती महंगाई के दौर में बेहतर निवेश
चूंकि भारत में मुद्रास्फीति (Inflation) ऐतिहासिक रूप से उच्च बनी हुई है, सेवानिवृत्त लोगों को उनके सावधि जमा निवेश से मिलने वाली ब्याज आय हर गुजरते साल के साथ कम होती जा रही है. वे अपने खर्चों को पूरा करने के लिए मूलधन से वापस लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System) एक ऐसा फासदेमंद साधन है, जो हर महीने कम राशि का निवेश करके सेवानिवृत्ति के लिए एक बड़ा कोष जमा करने में मदद कर सकता है.
Excel में परिसंपत्तियों (आरओए) पर वापसी की गणना के लिए सूत्र क्या है? | इन्स्टोपियाडिया
माइक्रोसॉफ़्ट एक्सेल में संपत्ति पर कंपनी की वापसी की गणना के लिए परिसंपत्तियों, या आरओए, अनुपात और फार्मूले पर वापसी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें
PPF में जमा करते हैं पैसे तो बस इतने साल में बन जाएंगे करोड़पति, जानिए बचत का पूरा हिसाब
PPF ivestment: पीपीएफ यानी कि पब्लिक प्रोविडेंट फंड जिसे शॉर्ट में PPF कहते हैं. नाम से स्पष्ट है कि इस मद में पैसे जमा करते रहें तो आपके भविष्य निधि की चिंता दूर होगी. पीपीएफ ऐसी योजना है जिसमें निश्चित रिटर्न मिलने के साथ कोई व्यक्ति टैक्स लाभ, टैक्स छूट और जमा पूंजी की सुरक्षा की गारंटी पा सकता है. पीपीएफ में जो ब्याज (PPF Deposit) मिलता है और रिटर्न के रूप में जो राशि मिलती है, वह टैक्सेबल नहीं होती है. आइए जानते हैं कि पीपीएफ (PPF) के जरिये कोई व्यक्ति आसानी से करोड़पति कैसे बन सकता है.
पीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर की तुलना अन्य छोटी बचत योजनाओं से करें तो स्थिति बेहतर नजर आएगी. ब्याज बेहतर होने से जमाकर्ता को बेहतर रिटर्न मिलता है. जमाकर्ता को और भी कई लाभ मिलते निवेश अनुपात पर वापसी फॉर्मूला हैं, जैसे वह पीपीएफ का पैसा एकमुश्त या अधिकतम 12 किस्तों में जमा (PPF ivestment) कर सकता है. जमाकर्ता एक साल में कम से कम 500 रुपये और अधिक से अधिक 1.5 लाख रुपये जमा कर सकता है. अभी ब्याज दर 7.1 फीसदी निर्धारित है और पीपएफ खाते (PPF Deposit) को 15 साल तक चला सकते हैं.
कैसे बनें करोड़पति
पीपीएफ हमें करोड़पति बनने का मौका देता है. इसके लिए आपको खाते में पैसे जमा (PPF Deposit) करने का एक खास पैटर्न बनाना होगा. पैटर्न निश्चित कर लें और उसी हिसाब से पैसे जमा (PPF ivestment) करते रहें तो करोड़पति बनना मुश्किल नहीं है. हालांकि ध्यान रखें कि आपको 15 साल बाद जब पीपीएफ खाता मैच्योर हो जाए तो उसे बंद नहीं करना है. बंद करने के बजाय खाते को अगले 5 साल के लिए बढ़ा देना है. फिर उसी हिसाब से पैसे जमा करने होंगे जैसे आप बीते 15 वर्षों में करते रहे हैं.
पीपीएफ से 1 करोड़ या उससे ज्यादा कमाई पाने के लिए आपको ब्याज दर (PPF interest rate) गौर करना होगा. अभी 7.1 परसेंट ब्याज चल रहा है. इस हिसाब से अगर पीपीएफ निवेश अनुपात पर वापसी फॉर्मूला में लगातार 25 साल तक पैसे जमा किए जाएं तो मैच्योरिटी पर आसानी से करोड़पति बना जा सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पीपीएफ में लंबी अवधि के लिए निवेश (PPF investment) चक्रवृद्धि ब्याज को बढ़ाता है और इसमें ब्याज पर ब्याज जुड़ता जाता है.
कितना करना होगा जमा
मान लें यह खाता 15 साल बाद मैच्योर हो जाता है. अब आपके पास दो विकल्प हैं, पहला यह कि पैसे निकाल लें और अपने इस्तेमाल में ले लें. दूसरा, आप उसी पैसे को अगले 5 साल के लिए जमा कर दें. ध्यान रखें कि करोड़पति तभी बनेंगे जब मैच्योरिटी पर मिले पैसे को आप नहीं निकालेंगे. आप उस निवेश अनुपात पर वापसी फॉर्मूला पैसे को अगले 5 साल के लिए फिर जमा कर दें. 7.1 फीसदी के हिसाब से हर साल 1.5 लाख रुपये जमा (PPF ivestment) करते जाएं. ऐसे में 20 साल में आपके खाते में तकरीबन 66.6 लाख रुपये जुड़ जाएंगे. अब आपको फिर उस खाते को अगले 5 साल के लिए बढ़ा देना है. पीपीएफ खाते (PPF account) को 5 साल के लिए विस्तार दें और हर साल 1.5 लाख रुपये जमा करें. अब आप देखेंगे कि 25 साल बाद आपके खाते में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की रमक निवेश अनुपात पर वापसी फॉर्मूला तैयार है. यह रकम 7.1 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से आपके खाते में जुड़ती गई है.
आप कमाई का पैसा (PPF interest rate) और ज्यादा बढ़ा सकते हैं और इसके लिए आपको हर मैच्योरिटी पर 5 साल का विस्तार देना होगा. ऐसा आप जितनी बार चाहें कर सकते हैं और 5 साल के लिए पीपीएफ खाते को बढ़ा सकते हैं. इस तरह चक्रवृद्धि ब्याज के चलते आपके हाथों में लाखों रुपये आ सकते हैं. इसके अलावा, पीपीएफ खाता छूट-छूट-छूट (EEE) श्रेणी के अंतर्गत आता है, जहां प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर आयकर से छूट मिलती है. इसके अलावा, पीपीएफ ब्याज दर (PPF interest rate) और पीपीएफ मैच्योरिटी राशि को भी किसी भी तरह के आयकर से छूट प्राप्त है.
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