पीई अनुपात (PE Ratio) क्या है?

किसी कंपनी के शेयर मार्केट में सार्वजनिक होने के समय उसका शेयर 100 रूपये में मिल स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? रहा था। उसके थोड़े समय के बाद यानी वितीय वर्ष की समाप्ति की अवधि पर हम मानते हैं कि इस कंपनी के शेयरों की वर्तमान कीमत 120 रुपये है। इसे वर्तमान बाजार मूल्य या सीएमपी (CMP) कहा जाता है।

अगर आप इस समय ABC कंपनी के शेयरों को secondary मार्केट से खरीद रहे है। और आप प्रति शेयर 120 रूपये का भुगतान करने को तैयार हैं जो 8 रुपये प्रति वर्ष (EPS) कमा रहा है। इसे ऐसे भी कह सकते है- आपको एक रुपये की कमाई के लिए कितना भुगतान करना पड़ता है? इसे PE ratio (Price Earning ratio) या PEM (Price Earning multiple ratio)

PE Ratio = एक शेयर की वर्तमान कीमत या मूल्य / प्रति शेयर आय
∴ PE Ratio = CMP / EPS
∴ PE Ratio = 120/8 = 15

यह माना जाता है कि कम PE ratio वाली कंपनी उच्च PE ratio वाली कंपनी के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है। निवेशकों के लिए पीई मूल्य बढ़ने को लाल सिग्नल माना जाता है।

CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army

CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army, नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक बार फिर हमारी Website Be RoBoCo में , आज एक बार हम फिर हाजिर हैं आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर जिसे हम CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army के नाम से जानते हैं।

दोस्तो क्या आपने भी CMP In Army, CMP Ka Full Form, CMP Army Full Form और What Is The CMP Full Form In Hindi आदि के बारे में Search किया है और आपको निराशा हाथ लगी है ऐसे में आप बहुत सही जगह आ गए है , आइये CMP Full Form, स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? Full Form Of CMP, CMP Full Form In Share Market और CMP Army ​आदि के बारे में बुनियादी बाते जानते है।

Table of Contents

CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army

CMP Full Form

C – Corps Of

M –Military

इसप्रकार CMP Ka Full Form “Corps Of Military Police” होता है।

CMP Full Form In Hindi

सीएमपी का हिंदी फुल फॉर्म “सैन्य पुलिस के कोर” होता है।

Other Full Form Of CMP

CMP Full Form In Medical

Competitive Medical Plan

CMP College Full Form In Hindi

Chaudhary Mahadeo Prasad College, Allahabad

CMP Full Form In Degree

Certified Meeting Professional

CMP Full Form In Networking

Certificate Management Protocol

CMP Full Form In Electronics

Chemical Mechanical Polishing

CMP Full Form In Messaging

Crisis Management Plan

CMP Full Form In Space Science

Configuration Management Plan

CMP Full Form In Computer

Computer Assembly Language

CMP Full Form In Computer Hardware

CMP Full Form In Maths

Connected Math Projects

CMP Full Form In Stock Exchange

Current Market Price

CMP Full Form In Military

Communications Message Processor

CMP Full Form In Defence

Corps Of Military Police

CMP Full Form In Stock Market

Current Market Price

CMP Full Form In Share Market

CMP का फुल फॉर्म “ Current Market Price” होता है जिसका मतलब होता है कि ऐसी Company जोकि Share Market में Listed है और उस कंपनी का शेयर वर्तमान में किस रेट पर ट्रेड कर रहा है ?

CMP Full Form In Army

“Corps Of Military Police” CMP का अत्यधिक प्रयोग में लाया जाने वाला और प्रमुख Full Form है। Corps Of Military Police भारतीय सेना की एक टुकड़ी होती है , जिसमे Male और Female दोनों होते हैं। इसका गठन 1939 में हुआ था।

CMP Kya Hai (What Is CMP In Hindi)

CMP भारतीय सेना की वह Unit है जिसमें Male और Female दोनों एक साथ काम करते हैं जिसका मुख्य काम लैंगिक अपराधों को रोकना होता है। इसके अतिरिक्त छावनी के Dicipline की जिम्मेदारी भी Corps Of Military Police की होती है।

Work Of Corps Of Military Police In Hindi

Corps Of Military Police के कई काम होते है , जिनमे से मुख्य कामो का विवरण मैंने आपको दिया है।

1. आपने Court Of Marshal जैसे Event को सुना होगा , इन Events में Investigation का काम Corps Of Military Police के बिना पूरा नहीं सकता है।

2. सेना के किसी जवान को सिविल पुलिस तब तक हाथ नहीं लगा सकती है जब तक कि Corps Of Military Police उसको सिविल पुलिस के हवाले नहीं करती है।

3. सभी प्रकार के Accidental Investigation का काम Corps Of Military Police का ही होता है। सिविल पुलिस को अगर किसी सैनिक को गिरफ्तार करना चाहती है तो उसे पहले Corps Of Military Police से NOC लेनी होती है।

4. Corps Of Military Police का काम अपने मुख्य अधिकारियों या चीफ को पायलट सेवा प्रदान करना होता है। याानि कि उनके काफिले में जो पहला वाहन होता है वह Corps Of Military Police का ही होता है।

इसप्रकार आपने देखा कि चाहे सुरक्षा का मामला हो , चाहे नियंत्रण का मामला हो या चाहे किसी भी प्रकार के इन्वेस्टिगेशन का मामला हो , सारे ही काम Corps Of Military Police के द्वारा ही किए जाते हैं।

CMP FAQs

What Is The Selection Process In CMP Army?

Height :- Corps Of Military Police में सिलेक्शन के लिए महिलाओं की हाइट 152 सेंटीमीटर और पुरुषों की 173 सेंटीमीटर होना आवश्यक है। नेपाली , गोरखा , कुमाऊनी और गढ़वाली आदि के लिए Height में कुछ छूट दी गई है उनकी न्यूनतम Height 148 सेंटीमीटर रखी गई है।

Educational Qualification :- Corps Of Military Police में जाने के लिए कैंडिडेट की न्यूनतम योग्यता 50 % अंको के साथ 10 वीं पास होती है।

Running :- महिलाओं को 1600 मीटर की दौड़ को 7 मिनट 30 सेकेंड के अंदर पूरी करना होता है , जबकि पुरुषों को 1600 मीटर की दौड़ को 5 मिनट 30 सेकंड में पूरा करना होता है।

Long Jump :-Long Jump को पुरुषों के लिए 10 फीट और महिलाओं के लिए 9 फीट रखा गया है जबकि High Jump में महिलाओं के लिए 3 फिट और पुरुषों के लिए 10 Pull Up का Criteria रखा गया है।

Medical Test :- प्रत्येक कैंडिडेट का Medical Test होता है क्योंकि आर्मी में सिलेक्टेड होने के लिए जरूरी है कि आप फिजिकली और मेंटली रूप से पूरी तरह से सक्षम हो। जब आप Medical Test में पास हो जाते हो , इसके बाद आपका एक Written Paper होता है।

Written Exam – Written Paper, 100 अंको स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? का होता है , जिसमे जनरल नॉलेज के 15 क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो कि 30 अंको के होते हैं ,10 क्वेश्चन मैथमेटिक्स के होते हैं जो कि 20 नंबर के होते हैं , जनरल साइंस के 20 क्वेश्चन होते हैं और लॉजिकल रीजनिंग के 5 क्वेश्चन होते हैं। इस प्रकार आप के 50 क्वेश्चन होते हैं जोकि 100 अंको के बनते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें 1/4 अंको की नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान होता है।

Why are Women Involve In CMP Army?

दोस्तो आइये अब जानते है कि आखिर इस Army में महिलाओं को क्यों लिया गया है ? इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि आज महिलाओं को सभी क्षेत्रों में बराबर का सम्मान दिया जाता है और इस बात की पहल इंडियन आर्मी ने Corps Of Military Police में महिलाओं की भर्ती करके की है।

बिग ब्रेकिंग : CMP डिग्री काॅलेज इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने जारी किया BA, BSC, BCOM का कटऑफ, देखिए कब और कैसे होगा काउंसिलिंग

GOOGLE PAY EARN MONEY : गूगल ने शुरू किया दमदार ऑफर, मिलेगा ₹50000 तक का सीधा लाभ

नवोदय विद्यालय भर्ती : 23080 चपरासी, क्लर्क सहित विभिन्न पदों पर 8वीं 10वीं पास के लिए बंपर भर्ती

पंचायत सेक्रेटरी भर्ती : 8400 पदों पर 12वीं पास के लिए पंचायती राज विभाग में बंपर भर्ती, जानें पूरी प्रक्रिया

Post Of The Day

INDIA POST RECRUITMENT : पोस्ट ऑफिस में विभिन्न क्लर्क, चपरासी पदों पर भर्ती, 10वीं 12वीं पास करें आवेदन

Explore Categories

Allahabad University Family is the largest digital media platform exclusively committed to air, update and publish all sorts of news regarding University of Allahabad 24×7. It is owned, run and was founded by students and alumni themselves on 30th April 2018 having 1.5 lakhs+ of followers across social media platforms to reinvigorate the tradition of the 4th oldest varsity. It is an academic cum activism oriented forum meant to provide enough space to students' grievances, issues and creativity. It's ultimate objective is to act as an all weather bridge between the Varsity administration and the students. Ours is an eclectic genre encompassing live sessions, orientations, interviews, helplines, protests , internships, co-curricular activities and lot more depending upon the desires and wishes of the student fraternity.

सीएमपी छात्रसंघ अध्यक्ष ने मारी सुमित शुक्ला को गोली, एफआईआर दर्ज

sumit shukla

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में शुरू हुई अदावत अब जानलेवा हो गई है। बुधवार आधी रात 25 हजार के इनामी छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला उर्फ सुमित शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद यूनिवर्सिटी सहित पूरे शहर में तनाव का माहौल बन गया। परिजनों की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा कर्नलगंज थाने में दर्ज किया गया है ।

क्या है आईपीओ और क्यों करें इसमें निवेश? जानिए इसके बारे में सबकुछ

टाइम्स नाउ डिजिटल

मौजूदा समय में तेजी का दौर चल रहा है और आईपीओ के आने का मौसम है। आईपीओ में उचित रिसर्च के साथ निवेश करना चाहिए।

Initial Public Offering (IPO)

IPO: जब हम आईपीओ में निवेश करने के बारे में सोचते हैं तो इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा जैसी सभी कंपनियों के सफल आईपीओ के साथ भाग्य बनाने का विचार आता है। लेकिन रिलायंस पावर के दानव अभी भी हमें सताते हैं। तो हम जैसे रिटेल निवेशकों को क्या करना चाहिए? आइए हम आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) और एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग) की प्रक्रिया और कारणों को समझते हैं।

कंपनियां पब्लिक को स्टॉक क्यों जारी करती हैं?

  • विस्तार और विकास के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाना।
  • तरलता के लिए अतिरिक्त पूंजी प्राप्त करना।
  • अनुसंधान और विकास के लिए पूंजी जुटाना।
  • उनके मौजूदा कर्ज का भुगतान करने के लिए।
  • अपने प्रमोटरों की हिस्सेदारी को समाप्त करने के लिए।
  • आईपीओ के माध्यम से कंपनी के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना।

सेबी (भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड) पूरे 3 वर्षों के लिए कम से कम 3 करोड़ की नेट टैंजिबल एसेट्स और 3 साल के लिए डिस्ट्रिब्युशन प्रॉफिट जैसे कंपनियों के शेयरों को सूचीबद्ध करने से पहले कुछ मानदंड निर्धारित करता है और इस तरह सूची जारी रहती है।

वास्तविकता
आईपीओ निवेश एक जोखिम भरा दांव है क्योंकि स्टॉक जारी करने वाली कंपनी के बारे में बहुत सीमित ऐतिहासिक डेटा उपलब्ध होता है। इससे निर्णय लेने में कठिनाई होती है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस को उस कंपनी के आईपीओ के लिए बाइबिल के रूप में लिया जाना है। वे दिन गए जब सरकारी निकाय 1992 में कंट्रोलर ऑफ कैपिटल इश्यू को खत्म करने के साथ इश्यू प्राइस तय करते थे। इससे निवेशकों को अच्छा इश्यू प्राइस मिलता था। यह देखा गया है कि 70% की सफलता दर के साथ लिस्टिंग के तुरंत बाद शेयर को ऑफलोड करने से अधिक लाभ हुआ है। साल 2013 आईपीओ के लिए 12 साल में सबसे खराब साल रहा है।

तो क्या निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने की हिम्मत करनी चाहिए?

आइए स्पष्ट तस्वीर प्राप्त करने के लिए कुछ परिदृश्यों का विश्लेषण करें।

इंफोसिस लिमिटेड - वर्ष 1993 में 95 रुपए की कीमत पर जारी किए गए सर्वश्रेष्ठ आईपीओ में से एक है। इसे अंडरसब्सक्राइब किया गया था लेकिन मॉर्गन स्टेनली ने अपनी 13% हिस्सेदारी खरीदकर इसे सब्सक्राइब होने में मदद किया था। सेबी के नियम के अनुसार सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ कम से कम 90% सब्सक्राइब होना चाहिए अन्यथा सभी सब्सक्रिप्शन मनी वापस करनी होती है। इसकी लिस्टिंग 60 फीसदी प्रीमियम के साथ 145 रुपए पर खुली। शेयर की कीमत 1999 में बढ़कर 8100 रुपए तक पहुंच गई थी और यह बजार में सबसे महंगा शेयर था जो 85 गुना बढ़ा है। और उसके बाद बोनस, लाभांश, विभाजन होता गया। उसके बाद से शेयर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

रिलायंस पावर - इसके खुलने के पहले ही मिनट में पूरी तरह से सब्सक्राइब कर लिया गया था। लेकिन लिस्टिंग पर कीमत इसके इश्यू प्राइस से लगभग 17% गिर गई। बाकी आप इसके बारे में जानते हैं।

हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड - इसने एक एफपीओ जारी किया था जो 155 रुपए में खुला था, जो इसके बाजार मूल्य 266 रुपए के मुकाबले भारी छूट थी। कुछ ही समय में कीमत 155 रुपए से नीचे चली गई और सीएमपी 52 सप्ताह के उच्च स्तर 125 रुपए के साथ 100 रुपए से नीचे है।

तैयारी
उपरोक्त तीन मामलों को देखकर हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि आईपीओ निवेश उचित रिसर्च के साथ होना चाहिए जैसे कि आप सेकेंडरी मार्केट यानी पहले से सूचीबद्ध शेयरों में कैसे निवेश करते हैं।

  • व्यवसाय की प्रकृति को समझने के लिए।
  • कंपनी का राजस्व सृजन।
  • आईपीओ जारी करने के कारण
  • प्रमोटरों की पृष्ठभूमि।
  • निर्गम मूल्य पर छूट।
  • क्यूआईबी (योग्य संस्थागत खरीदार) का सब्सक्रिप्शन
  • इस स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? मुद्दे में शामिल अंडरराइटर
  • आईपीओ कंपनी की पीयर ग्रुप तुलना।
  • अगर आप शॉर्ट टर्म गेन की तलाश में हैं तो सेक्टर एनालिसिस।
  • सेबी के साथ पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा आईपीओ ग्रेड।

इंफोसिस के मामले में इसके पास श्री नारायण मूर्ति और उनके उत्कृष्ट सहयोगियों के नेतृत्व में मजबूत व्यापारिक बुनियादी बातों और अच्छा कॉर्पोरेट प्रशासन था। रिलायंस पावर के शेयरों की लिस्टिंग जनवरी 2008 में हुई थी जब बाजार में मंदी का दौर शुरू हुआ था। यह सब्सक्रिप्शन मनी से पूरे भारत में 6 पावर प्रोजेक्ट विकसित करने जा रहा था। राजस्व सृजन में काफी समय लगेगा। उस समय तक यह सिर्फ एक वर्चुअल इकाई थी। निवेशक को छूट के धोखे में नहीं आना चाहिए जैसा कि हिंदुस्तान कॉपर के मामले में हुआ था और अपने शोध की उपेक्षा करें। चूंकि छूट गुणवत्ता पर है न कि कीमत पर।

तैयार रहें
वर्तमान में तेजी का दौर चल रहा है और आईपीओ के आने का मौसम है। इस जवह से निवेशकों को आईपीओ में निवेश से पहले जमीनी स्तर पर काम करना चाहिए। चूंकि, आईपीओ जारी करने वाली कंपनी के व्यवसाय की प्रकृति और भविष्य की लाभप्रदता को समझना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। इससे आपको इंफोसिस जैसे अच्छे शेयरों को खोजने में मदद मिलेगी। लिस्टिंग लाभ प्राप्त करने के लिए आपको तुरंत स्टॉक से बाहर निकलने की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी।

(इस लेख के लेखक, TradeSmart के सीईओ विकास सिंघानिया हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

रेटिंग: 4.87
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 230