ट्रेडिंग सीमाएं: सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है
ट्रेडिंग में जोखिम निहित हैं, और उन्हें कैसे सीमित किया जाए, यह उन पहली चीजों में से एक है जिसके बारे में ट्रेडरों को सोचना चाहिए। एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में भी यही कहा जाना चाहिए जो यह चाहता है कि उसके उपयोगकर्ता लंबे समय तक बने रहें। ट्रेडिंग सीमाएं एक ऐसा साधन है जिसका उपयोग Olymp Trade अपने ट्रेडरों को पैसे नुकसान होने से बचाने के लिए करता है।
ट्रेडिंग सीमाएं क्या हैं
सर्वप्रथम, आइए बात करते हैं कि विशेषत ट्रेडिंग सीमाएं क्या हैं। ट्रेडिंग सीमाएं एक ऐसा साधन है जिसका उपयोग हम तब करते हैं जब बाजार की स्थिति हमारे और लिक्विडिटी प्रदाताओं दोनों के पूर्वानुमान के लिए बहुत अप्रत्याशित होती है। इसका मतलब है कि आपके सौदों से बहुत अधिक अप्रत्याशित परिणाम आ सकता है, संभवतः भारी नुकसान हो सकता है।
इससे बचने के लिए, हमारी जोखिम प्रबंधन प्रणाली उस निवेश की मात्रा को सीमित करती है जिसका उपयोग आप किसी पोजीशन को खोलने के लिए कर सकते हैं, एक निश्चित अवधि के लिए जब तक कि बाजार स्थिर न हो जाए। इस तरह, जब तक हम इस अशांति को स्थिर होने की प्रतीक्षा करते हैं, तब तक आपका पैसा सुरक्षित रहता है।
आप पता लगा सकते हैं कि आपके ट्रेडर खाते में, प्रोफाइल टैब के अंतर्गत, या Olymp Trade मोबाइल ऐप में प्रोफाइल खंड में आपकी सीमाएं हैं या नहीं।
उनका उपयोग कैसे किया जाता है
जब आपके खाते में सीमा निर्धारित की जाती है, तो आपको एक अचूक से पॉप-अप संदेश के माध्यम से सूचित किया जाएगा, ताकि आप जान सकें कि जब कभी भी ऐसा होता है।
आपके खाते के लिए सीमाएं लागू करने के कुछ अलग तरीके हैं:
- पूरे खाते पर — आप इस खाते से एक निश्चित मात्रा सीमा से ऊपर ट्रेड करने में तब तक सक्षम नहीं होंगे जब तक कि इसे रद्द नहीं किया जाता है;
- एक निश्चित परिसंपत्ति या परिसंपत्ति के समूह पर – उदाहरण के लिए, आप इस उपकरण की सीमा से अधिक मात्रा के साथ ट्रेड नहीं खोल पाएंगे;
- एक निश्चित प्रकार के ट्रेडिंग पर — उदाहरण के लिए, आप केवल पहले से मौजूद ट्रेडों को ही बंद कर पाएंगे, लेकिन नए को नहीं खोल पाएंगे;
- ट्रेडिंग वॉल्यूम (मात्रा) पर — इस तरह, आप किसी भी परिसंपत्ति में ट्रेडिंग करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन आप एक निश्चित सीमा से अधिक का सौदा नहीं खोल सकेंगे।
जैसा कि आप देख सकते हैं, सभी तरीके बहुत सीधे हैं, और हम आपके ट्रेडिंग को बाधित न करते हुए उनके साथ कई बाजार स्थितियों पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
सीमा को कैसे रद्द करें
अफसोस की बात है कि एक बार निर्धारित किए जाने के बाद आप मैन्युअल रूप से सीमा को बंद नहीं कर सकते हैं। हमारे जोखिम प्रबंधन एल्गोरिदम एक निश्चित समय के बाद (आमतौर पर 24 घंटों के बाद) ऐसा करते हैं। हालांकि, हमारे जोखिम प्रबंधन प्रणाली को कम करने या इसे पूरी तरह से रद्द करने के तरीके हैं:
- अपना KYC पूरा करें – अपना खाता सत्यापित करें;
- अपनी पसंदीदा ट्रेडिंग अवधि बदलें;
- थोड़ी देर के लिए अलग-अलग परिसम्पत्तियों में ट्रेड करें;
- निवेश राशि को कम करें;
- जमा करें और/या बोनस राशि को अस्वीकार करें;
साथ ही, ध्यान रखें कि हमारे प्लेटफ़ॉर्म पर अधिकांश सीमाएँ 24 घंटे से अधिक नहीं होती हैं, भले ही कुछ दुर्लभ मामलों में वे कुछ दिनों तक चल सकती हैं।
सीमा को कैसे टालें
हालांकि बाजार कभी-कभी अप्रत्याशित होते हैं, फिर भी कुछ नियम हैं जिनका पालन करके आप अपने खाते की ट्रेडिंग सीमा से बच सकते हैं:
- अपने खाते को सत्यापित करें;
- अपने समग्र शेष के समानुपाती, छोटे ट्रेड करें;
- हमारे बोनस कार्यक्रमों का दुरुपयोग न करें;
- कई ट्रेडिंग प्रोफाइल बनाने से बचें, खासकर जब आप एक प्रोफाइल के तहत कई खाते बना सकते हैं।
जैसा कि आप देख रहे हैं, वे काफी सरल और पालन करने में आसान नियम हैं। इनका पालन करके, आप ट्रेडिंग करते समय अपने जोखिमों को न्यून कर सकते हैं और हमारी जोखिम प्रबंधन प्रणाली द्वारा सीमित करने से बच सकते हैं।
हमें उम्मीद है कि इस लेख ने आपके Olymp Trade ट्रेडिंग सीमाओं के बारे में सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न कि वे क्यों मौजूद हैं, और वे कैसे काम करते हैं, का उत्तर दिया है। मज़बूती से बने रहें, और यदि आपके पास कोई प्रश्न हैं तो हमसे पूछने में संकोच न करें।
क्या होता है IPO और कैसे किया जाता है इसमें निवेश, स्टॉक मार्केट की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो जान लें ये बेसिक बातें
शेयर मार्केट को काफी रिस्की माना जाता है. ये जितनी तेजी से मुनाफा करवाता है, उतनी ही तेजी से आपको पैसों का नुकसान भी करवा सकता है. इसमें पैसा लगाने से पहले इसको लेकर स्टडी करना और बेसिक बातों को जानना जरूरी है.
क्या होता है IPO और कैसे किया जाता है इसमें निवेश (Zee Biz)
बीते कुछ समय से शेयर मार्केट को लेकर क्रेज काफी बढ़ गया है. तमाम लोग इसमें पैसा इन्वेस्ट करते हैं और बेहतर मुनाफा कमाते हैं. लेकिन शेयर मार्केट को काफी रिस्की माना जाता है. ये जितनी तेजी से मुनाफा करवाता है, उतनी ही तेजी से आपको पैसों का नुकसान भी करवा सकता है. इसलिए ये जरूरी है कि स्टॉक मार्केट की दुनिया में कदम रखने से पहले आप इसको लेकर स्टडी कर लें और कुछ बेसिक बातों को अच्छी तरह से जान लें.
स्टॉक मार्केट की दुनिया में आपने IPO का जिक्र जरूर सुना होगा. तमाम कंपनियां अपने IPO को समय-समय पर लॉन्च करती हैं और लोग उसमें अपना पैसा लगाते हैं. अगर आप इस क्षेत्र में नए हैं और शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहते हैं, तो यहां जानिए क्या होता है आईपीओ और इसमें निवेश करने का तरीका क्या है?
क्या होता है IPO
आईपीओ का मतलब है Initial Public Offering. जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक को अपने शेयर ऑफर करती है तो इसे IPO कहा जाता है. ऐसे समझें कि देश में तमाम प्राइवेट कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में काम करती हैं. जब इन कंपनियों को फंड की जरूरत होती है तो ये खुद को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करवाती हैं और इसका सबसे बेहतर तरीका है आईपीओ. आईपीओ को जारी करने के बाद कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट हो जाती है. इसके बाद निवेशक उसके शेयर को खरीद और बेच सकते हैं.
आईपीओ खरीदने वालों की कंपनी में होती है हिस्सेदारी
कंपनी के आईपीओ खरीदने वालों की कंपनी में हिस्सेदारी हो जाती है और कंपनी के पास फंड इकट्ठा हो जाता है. साधारण शब्दों में समझें तो आईपीओ को लाने के बाद उस कंपनी को चलाने वाला सिर्फ उसका मालिक या परिवार नहीं होता, बल्कि वो सभी निवेशक भी इसमें शामिल होते हैं जिनका पैसा उसके शेयर में लगा होता है. निवेशकों से आए फंड को कंपनी अपनी कंपनी की तरक्की और तमाम अन्य कामों में खर्च कर सकती है.
आईपीओ में कैसे करें निवेश
आईपीओ में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है. डीमैट अकाउंट आप किसी भी ब्रोकिंग मोबाइल ट्रेडिंग कैसे काम करती है? फर्म से खोल सकते हैं. आईपीओ जारी करने वाली कंपनी अपने आईपीओ को इनवेस्टर्स के लिए 3-10 दिनों के लिए ओपन करती है. उतने दिनों के अंदर ही निवेशक कंपनी की साइट पर जाकर या ब्रोकरेज फर्म की मदद से आईपीओ में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
WATCH: Upcoming IPOs | इन 4 Companies के Shares में पैसा लगाने का मौका, जल्द आने वाले हैं IPO!
Zerodha, Upstox, Angel Broking और Groww, कौन सी है सबसे बेहतर Trading App-
अगर आप स्टॉक मार्केट ( STOCK TRADING) में ट्रेडिंग करने की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं तो यह वीडियो आपके लिए बहुत खास होने वाला है. इस वीडियो में हम आपको बताएंगे देश की चार बड़ी ट्रेडिंग एप्स(TRADING APPS) में से सबसे बेहतर कौन कौन सी है .यह चारों ऐप (zerodha)डिस्काउंट ब्रोकरेज के ऊपर काम करती हैं , इसके अंदर आपको ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादा ब्रोकरेज नहीं चुकानी पड़ती(angle broking) .इन चारों में से कौन सी ऐप ज्यादा फायदेमंद है और किसके कितने हैं charges जानने के लिए इस वीडियो को देखें.
कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है मोबाइल ट्रेडिंग कैसे काम करती है? और कैसे काम करती है पूरी जानकारी What Is Comodity Trading ?
नमस्कार क्या आपने अभी शेयर बाजार मे निवेश करना शुरू किया है या फिर शुरू करने की सोच रहे है तो आपको ऐसी बोहोत सारे चीजे है जोंका बेसिक ज्ञान होना जरुरी है। इनमेसे एक है कमोडिटी मार्किट वैसे आमतौर पर सीधे इस बाजार मे निवेश नहीं करते आप ट्रेडिंग डीमैट खाता खोलकर इक्विटी शेयर मे निवेश करते है लेकिन कमोडिटी बाजार से भी ट्रेडिंग से अच्छी रिटर्न आप कमा सकते है।
आपने बचपन मे हमारा प्राचीन इतिहास पढ़ा होगा इस समय मे लोग एक दूसरे मे अलग अलग चीजों की अदला बदली करते थे जैसे की खेती करने वाला किसी को धान देता है और उसके बदले ऐसी चीज लेता था जिसकी उसे जरुरत होती है।कमोडिटी बाजार भी ऐसा ही कुछ प्रकार का है चलिए जानते है।
क्या है कमोडिटी बाजार ?
जैसे हम इक्विटी बाजार मे शेयर ट्रेडिंग से पैसे कमाते है ठीक उसी तरह आप कमोडिटी बाजार मे भी पैसे कमा सकते है। इसमे आपको कमोडिटी खरीद कर उसे अच्छे समय मे उचित इनकम पर बेचना होता है। जिसमे फीचर और ऑप्शंस २ विकल्प होते है।
कमोडिटी के अलग अलग प्रकार :
- मेटल जिसमे सिल्वर गोल्फ प्लैटिनम और कॉपर जैस मेटाक्स शामिल है।
- दूसरा खेती विषय जिसमे चावल कॉर्न मोबाइल ट्रेडिंग कैसे काम करती है? गेहू बीन्स जैसे खेती के उत्पाद शामिल है।
- ऊर्जा कमोडिटी मे नेचुरल गैस ,गैसोलीन ,आयल ,क्रूड आयल जैसे ईंधन शामिल है।
- लाइवस्टॉक एंड मीट के कमोडिटी मे सूअर मॉस ,अन्य मांस पशु ऐसे कमोडिटी शमिल है।
कमोडिटी ट्रेडिंग के फायदे :
- आपको कमोडिटी खाता खोलने के लिए अलग से नया खाता खोलने की जरुरत नहीं आप आपके डीमैट ट्रेडिंग खाता मे ही कमोडिटी को जोड़कर ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते है। (इसके लिए इनकम प्रूफ सबमिट करना जरुरी होता है )
- आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से कमोडिटी निवेश कर सकते है।
- कमोडिटी मार्किट का मूल्य पुरे दुनिया मे एक सामान होता है।
- कमोडिटी मे निवेश करने से आपके पोर्टफोलिओ होल्डिंग मे अलग अलग तरह के स्टॉक्स आते है जिससे मार्किट के ख़राब समय से आपका आपकी होल्डिंग बैलेंस्ड रहती है।
- कमोडिटी निवेश आपको इन्फ्लेशन के दौर मे अच्छी रिटर्न दे सकते है।
- कमोडिटी मे एक सामान उचित मूल्य और कम ब्रोकरेज मूल्य मे किया जाता है।
- इक्विटी मार्किट के बाद कमोडिटी ट्रेडिंग भी पुरे भारत मे ट्रेडिंग निवेश किया जाता है।
कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे काम करती है ?
कमोडिटी मार्किट एक आम शेयर बाजार जैसा ही होता है जहा पर कमोडिटी खरीदी और उचित मूल्य पर बेचीं जाती हैं। इसमे आपको फीचर और ऑप्शंस का विकल्प होता है। इसकी काम करने की प्रणाली
- इसको अब सब्जी मंडी के उदहारण से भी समझ सकते है अगर प्याज की डिमांड ज्यादा है और सप्लाई कम है तो प्याज की कीमत ज्यादा होगी और अगर डिमांड कम और सप्लाई ज्यादा तो कीमत निचे गिरेगी इसी तरह से कमोडिटी बाजार मे भी होता है।
- जैसे शादी के सीजन मे सोने की डिमांड ज्यादा होती है ऐसे समय सोने की कीमत बढ़ जाती है।
- इसके आलावा हाल ही मे ईरान टेंशन के कारन क्रूड आयल की कीमत भी बढ़ी थी।
कमोडिटी मे ट्रेडिंग कैसे होती है ?
इसे उदहारण से समझते है ऐसा समझ लीजिये की आपने MCX एक्सचेंज द्वारा ३०० ग्राम सोने का कमोडिटी को ख़रीदा है जिसका मूल्य है २ लाख और आपने इसके लिए मार्जिन लिया है १० प्रतिशत का मतलब २० हजार अब ऐसा समझ लीजिए की अगले दिन सोने की कीमत २ लाख से गिरकर १ लाख ८० हजार पर आ जाती है तो आपके २० हजार मार्जिन की राशि आपके खाते से काट ली जाएगी लेकिन अगर सोने की कीमत २ लाख से २ लाख १० हजार हो जाती है तो आपके खाते मे १० हजार ऐड किये जायेंगे।
भारत के कमोडिटी ट्रेडिंग बाजार :
- नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज -NMCE
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज MCX
- इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज ICEX
कमोडिटी निवेश ट्रेडिंग शुरू करने के लिए क्या करना होगा ?
- सबसे पहले आपको किसी अक्कगे ब्रोकर के साथ कमोडिटी खाता खोलना होगा।
- अगर आपका पहले से इक्विटी निवेश खाता है तो आप उसी ब्रोकर से कमोडिटी खाता खोल सकते है उसके लिए आपको सिर्फ इनकम प्रूफ दस्तवेज देना होगा।
- खाता चालू होने के बाद आपको उस स्टॉक ब्रोकर के कमोडिटी प्लेटफार्म से लोग इन करना है।
- ट्रेडिंग शुरू करने मोबाइल ट्रेडिंग कैसे काम करती है? के पहले आपको आपके ट्रेडिंग खाते मे मार्जिन की राशि ऐड करनी होगी।
- उसके बाद आप ४ मे किसी भी एक्सचेंज मे आपके तय किये किये गए कमोडिटी मे ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
- कमोडिटी आर्डर प्लेस करने के पहले बाजार का हाल और बाकि जानकारी रखनी चाहिए जिससे आप संभावित नुकसान से बच सकते है।
- कमोडिटी चुनने के बाद आर्डर प्लेस करनी है और उसी दिन उस कमोडिटी की आखिरी कीमत आर्डर कीमत देखि जाएगी कम या फिर ज्यादा होने पर आपको जो लाभ होगा आपके खाते मे दिया जायेगा इसके आलावा नुकसान होने पर आपके मार्जिन राशि से लिया जायेगा।
- इसके आलावा आप दिन के समाप्ति पर उस कमोडिटी की डेलिवेरी लेकर भी आर्डर समाप्त कर सकते है।
- कमोडिटी बाजार मे अगर दुनिया के किसी भी देश मे कुछ हलचल होती है तो बाजार गिर जाता है जैसे की अमेरिका मे सत्ता बदल ,चीन का कोरोना वायरस ऐसे समय कमोडिटी की कीमत बोहोत ज्यादा गिर जाती है जिससे आपको नुकसान हो सकते है।
- कोई बड़े ट्रेडर या फिर इन्वेस्टमेंट हाउस किसी एक कमोडिटी की लक्ष्य बनाकर उसमे हलचन पैदा करते है जिससे कमोडिटी की अचानक ऊपर जाती है फिर निचे भी खिसकारी है ऐसे मे छोटे निवेशक को नुकसान हो सकता है।
- कमोडिटी ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास शेयर बाजार का अच्छा ज्ञान होना आबशयक है इसके आलावा आपको इसमे बोहोत ज्यादा राशि लगनी होई है इक्विटी बाजार जैसे कम पैसो मे आप निवेश नहीं कर सकते।
कमोडिटी ट्रेडिंग अच्छी रिटर्न कमाने का एक बढ़िया मार्ग है लेकिन इसके लिए आपको कमोडिटी मार्किट के सभी टर्म्स को अच्छे से समझाना होगा आप इसके लिए सेमिनार कोर्स भी ज्वाइन कर सकते है। इसमे रिस्क होती है लेकिन अगर आप अच्छे से कमोडिटी ट्रेडिंग सिख जाते है तो आप अच्छी कमाई कर सकते है।
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Bear Trap क्या है?
बियर ट्रैप एक तकनीकी पैटर्न है जो तब होता है जब किसी स्टॉक, इंडेक्स या किसी अन्य वित्तीय साधन की कीमत कार्रवाई गलत तरीके से एक अपट्रेंड से डाउनट्रेंड में रिवर्सल का संकेत देती है। दूसरे शब्दों में, कीमतें एक व्यापक-आधारित झुकाव में अधिक बढ़ सकती हैं, केवल महत्वपूर्ण मौलिक प्रतिरोध या परिवर्तन का सामना करने के लिए। यह कीमतों में गिरावट के संकेत से लाभ की उम्मीद में, शॉर्ट पोजीशन खोलने के लिए बियर को प्रेरित करता है।
एक बियर वित्तीय बाजारों में एक निवेशक या व्यापारी है जो मानता है कि सुरक्षा की कीमत में गिरावट आने वाली है। बियर यह भी मान सकते हैं कि वित्तीय बाजार की समग्र दिशा में गिरावट आ सकती है। एक मंदी की निवेश रणनीति एक परिसंपत्ति की कीमत में गिरावट से लाभ का प्रयास करती है, और इस रणनीति को लागू करने के लिए अक्सर एक छोटी स्थिति को क्रियान्वित किया जाता है।
एक छोटी स्थिति एक व्यापारिक तकनीक है जो एक दलाल से एक मार्जिन खाते के माध्यम से किसी संपत्ति के शेयरों या अनुबंधों को उधार लेती है। निवेशक उन उधार उपकरणों को बेचता है, जब कीमत गिरती है, गिरावट से लाभ की उम्मीद करते हुए उन्हें पुनर्खरीद करता है। जब एक बियरिश निवेशक मूल्य में कमी के समय की गलत पहचान करता है, तो एक बियर ट्रैप में फंसने का जोखिम बढ़ जाता है।
बियर के जाल में गिरने से कैसे बचें ? [How to avoid falling into the bear trap?]
क्या आप कभी अप्रत्याशित ट्रेंड रिवर्सल से प्रभावित हुए हैं - बाजार शुरू में केवल स्विच करने और फिर से उठने के लिए डाउनट्रेंड का संकेत देता है? इस प्रकार की स्थिति को बियर ट्रैप कहा जाता है।
बेयर ट्रैप एक बोलचाल का शब्द है जिसका उपयोग बाजार में मंदी की संभावित शुरुआत को इंगित करने के लिए किया जाता है। लेकिन जैसा कि नाम से पता चलता है, यह एक जाल है। इसके बजाय बाजार थोड़े ठहराव के बाद स्थिर विकास में टूट जाता है। बेयरट्रैप किसी भी बाजार, स्टॉक, इंडेक्स या अन्य वित्तीय साधनों में हो सकता है।
बियर जाल कैसे काम करता है? [How does beer trap work?]
एक बियर जाल व्यापारियों को यह सोचने के लिए प्रेरित करता है कि वित्तीय साधन की कीमत में गिरावट के साथ गिरावट का रुझान है। लेकिन संपत्ति का मूल्य स्थिर रहता है, या सबसे खराब, रैलियों, जिस स्थिति में आपको नुकसान उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। एक बुलिश ट्रेडर एसेट की घटती कीमत में शॉर्ट पोजीशन ले सकता है, जबकि एक बेयरिश ट्रेडर कीमत के एक निश्चित स्तर तक गिरने पर बायबैक के लिए शार्ट पोजीशन ले सकता है। लेकिन बियर ट्रैप में ट्रेंड रिवर्सल विपरीत दिशा में होता है।
बियर जाल औसत निवेशकों को कैसे प्रभावित करते हैं? [How do beer traps affect average investors?]
बियर के ट्रैप का विशिष्ट दीर्घकालिक, बाय-एंड-होल्ड निवेशक पर कोई वास्तविक प्रभाव नहीं होता है। शुरुआत करने वालों के लिए, औसत निवेशक के पास तेजी से पूर्वाग्रह है, उम्मीद है और यहां तक कि उम्मीद है कि शेयर बाजार समय के साथ बढ़ेगा। शॉर्ट पोजीशन लेकर बाजार के खिलाफ दांव लगाना आम तौर पर औसत निवेशक के शस्त्रागार में नहीं होता है। वास्तव में, तेजी से निवेशकों के लिए, भालू जाल वास्तव में एक अवसर का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब कीमतें गिरती हैं, तो लंबी अवधि के निवेशक आमतौर पर कम कीमतों पर अतिरिक्त शेयर खरीदकर लाभ उठा सकते हैं। यदि बाजार बिकवाली के बाद नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर लौटता है - कुछ ऐसा जो ऐतिहासिक रूप से हमेशा से होता आया है - इन तेजी से निवेशकों को अंततः कीमतों में वृद्धि से लाभ होता है। Bear Put Spread क्या है?
बेशक, जिस तरह बाजार में बियर के ट्रैप हैं, वैसे ही Bull के ट्रैप भी हैं, और ये आम निवेशक की यात्रा करने की अधिक संभावना हो सकती है। एक बियर ट्रैप के विपरीत तरीके से काम करते हुए, एक बुल ट्रैप ट्रेडिंग पैटर्न कीमतों में तेज वृद्धि द्वारा दर्शाया जाता है जो तेजी से निवेशकों को आकर्षित करता है, केवल उन कीमतों को तेजी से बदलने और गिरने के लिए। उच्च कीमतों की प्रवृत्ति की सवारी करने की उम्मीद में बाजार में ढेर लगाने वाले निवेशकों को तुरंत अपने पदों पर पैसा खोने की संभावना का सामना करना पड़ता है।
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