केंद्रीय खाद्यान्न पूल में 15 दिसंबर तक करीब 180 लाख टन गेहूं और 111 लाख टन चावल उपलब्ध था। एक अप्रैल, एक जुलाई, एक अक्टूबर और एक जनवरी को वर्ष की विशेष तिथियों के लिए बफर मानदंडों की आवश्यकता की परिकल्पना की गई है।
कल्याणकारी योजनाओं की जरूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त खाद्यान्न भंडार मौजूदः सरकार
नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) केंद्र ने शनिवार को कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष और अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसके पास पर्याप्त खाद्यान्न भंडार है। इसके साथ ही सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों की नियमित निगरानी भी कर रही है।
एक सरकारी बयान के मुताबिक, स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष ‘‘भारत सरकार के पास खाद्य सुरक्षा अधिनियम और अपनी अन्य कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ (पीएमजीकेएवाई) के लिए अतिरिक्त आवंटन की जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्रीय पूल में पर्याप्त खाद्यान्न भंडार मौजूद है।’’
इस बयान के मुताबिक, एक जनवरी, 2023 तक लगभग 159 लाख टन गेहूं और 104 लाख टन चावल उपलब्ध रहेगा जो बफर मानकों से कहीं ज्यादा है। बफर मानकों के तहत एक जनवरी को 138 लाख टन गेहूं और 76 लाख टन चावल रखने की ही जरूरत थी।
2017 से 2021 के बीच दहेज के चलते प्रतिदिन 20 मौतें हुईं: सरकारी डेटा
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष अजय कुमार मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में राज्यसभा को बताया कि देशभर में साल 2017 से लेकर 2021 तक दहेज के चलते मौत के कुल 35,493 मामले सामने आए. इस अवधि में उत्तर स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष प्रदेश में दैनिक मृत्यु का आंकड़ा सर्वाधिक रहा, जहां हर दिन छह मौतें दर्ज की गई. The post 2017 से 2021 के बीच दहेज के चलते प्रतिदिन 20 मौतें हुईं: सरकारी डेटा appeared first on The Wire - Hindi.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में राज्यसभा को बताया कि देशभर में साल 2017 से स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष लेकर 2021 तक दहेज के चलते मौत के कुल 35,493 मामले स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष सामने आए. इस अवधि में उत्तर प्रदेश में दैनिक मृत्यु का आंकड़ा स्थिर स्टॉक के पेशेवरों और विपक्ष सर्वाधिक रहा, जहां हर दिन छह मौतें दर्ज की गई.
(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)
नई दिल्ली: देश में वर्ष 2017 से 2021 के बीच दहेज की वजह से मौत के लगभग हर दिन करीब 20 मामलों की सूचना मिली और उत्तर प्रदेश में हर दिन दहेज से सर्वाधिक छह मौत की खबर आई.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि देश में 2017 से 2021 के बीच दहेज की वजह से मौत के 35,493 मामलों का पता चला.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में दहेज से मौत के 7,466 मामले, 2018 में 7,167 मामले, 2019 में 7,141 मामले, 2020 में 6,966 मामले और 2021 में 6,753 मामलों की सूचना मिली.
kathmandu News
सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना का दल बुधवार को नेपाल पहुंचा। यह अभ्यास भारत -नेपाल सीमा के पास रूपनदेही के सालझंडी में होगा।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को ट्वीट किया कि भारतीय सेना का दल 16वां भारत-नेपाल सैन्य अभ्यास ‘सूर्य किरण’ में हिस्सा लेने के लिए आज नेपाल के सालझंडी पहुंचा। यह अभ्यास पेशेवर अनुभवों को आपस में साझा करने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच दोस्ती को मजबूत बनाने के लिहाज से एक प्रतिमान है।
इसके पहले इस अभ्यास के 15वें संस्करण का आयोजन पिथौरागढ़ में किया गया गया था जिसमें दोनों देशों के 650 सैनिकों ने हिस्सा लिया था।
भारतीय सेनाध्यक्ष मनोज पांडे ने गत सितंबर में नेपाल की यात्रा की थी। इस यात्रा के दौरान जनरल पांडे को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने नेपाली सेना के जनरल की मानद उपाधि प्रदान करके सम्मानित किया था।
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