वायरल दावा

इनकी एक दौड़ ने भारत को दिया था गोल्ड, जानिए हिमा दास के बारे में

indian sprinter hima das

First Indian Athlete to win Gold Medal in International U20 Championship: भारत में ऐसी कई एथलीट्स रहे हैं जिन्होंने देश का नाम पूरी दुनिया में रौशन किया है। आज़ादी के पहले की बात करें तो महिलाओं को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता था पर धीरे-धीरे समाज की बंदिशें तोड़कर ये महिलाएं आगे बढ़ीं और हर फील्ड में अपना नाम कमाया। आजादी के 75 साल के जश्न को हरजिंदगी 75 बेमिसाल महिलाओं के बारे में जानकारी देकर मना रही है। ये वो महिलाएं हैं जिन्होंने अपनी-अपनी फील्ड्स में किसी ना किसी चीज़ की पहल की है।

इसी कड़ी में आज हम आपको बताने जा रहे हैं 'ढींग एक्सप्रेस' कही जाने वाली हिमा दास के बारे में।

कौन हैं हिमा दास? (Who is Hima Das)?

ये 22 साल की एथलीट हैं जिन्होंने 2018 के एशियन गेम्स इन शेयरों ने लगाई दौड़ में 50.79 सेकंड के रिकॉर्ड टाइम में 400 मीटर की दौड़ पूरी की थी और IAAF World U20 Championships में गोल्ड मेडल जीतकर अंतरराष्ट्रीय दौड़ में गोल्ड जीतने वाली पहली एथलीट बनी थीं।

hima das athelete

इनका जन्म असम के ढींग में हुआ था और खेती करने वाले परिवार की ये छोटी सी बालिका पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी थी।

फुटबॉलर बनने का सपना रह गया अधूरा

5वीं कक्षा तक हिमा दास इन शेयरों ने लगाई दौड़ को हमेशा ही फुटबॉल खेलने का मन करता था और वो जेएनवी स्कूल में एडमिशन लेने के बाद लड़कों के साथ फुटबॉल खेला करती थीं। उन्हें हमेशा ही फुटबॉल खेलने का मन करता था और वो इसी फील्ड में आगे बढ़ना चाहती थीं, लेकिन भारत में महिला फुटबॉल का कोई स्कोप नहीं होने के कारण वो सपना अधूरा रह गया। इसके बाद जेएनवी के टीचर ने उन्हें स्प्रिंट रनिंग के बारे में बताया और उसकी तरफ मोड़ दिया।

इसके बाद जो हुआ वो तो हम जानते ही हैं।

hima das and her story

हर दौड़ में जी-जान से दौड़ती हैं हिमा दास

हिमा दास ने कई चैम्पियनशिप्स इन शेयरों ने लगाई दौड़ में हिस्सा लिया है और उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। 2018 में ऑस्ट्रेलिया में 400 मीटर रिले में हिस्सा लेने के बाद 12 जुलाई 2018 को हिमा ने फिनलैंड में हुई अंडर 20 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 400 मीटर फाइनल जीत लिया और ऐसे ट्रैक इवेंट में गोल्ड जीतने वाली पहली इंडियन स्प्रिंटर बन गईं।

इसके बाद 2018 में ही एशियन गेम्स में 400 मीटर को 51 सेकंड में दौड़ने के बाद उन्होंने एक नया नेशनल रिकॉर्ड सेट कर दिया। इसी रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अगस्त में उन्होंने 50.79 सेकंड में ये दौड़ पूरी कर ली।

2018 में एशियन गेम्स में 400 मीटर रिले में हिमा और उनकी साथियों ने सिल्वर मेडल जीता। ये भी अपने आप में पहला अनुभव था।

2019 में भी हिमा ने अपनी जीत की कड़ी को जारी रखा और ग्रैंड प्रिक्स पोलैंड में उन्होंने 200 मीटर दौड़ में गोल्ड जीता। 20 जुलाई 2019 को चेक रिपब्लिक में 400 मीटर दौड़ में उन्होंने अपना पांचवा गोल्ड जीता।

हिमा को 2019 अक्टूबर में दोहा में होने वाली वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लिए भी चुना गया था, लेकिन पीठ में चोट के कारण उन्हें इस इवेंट को छोड़ना पड़ा और तब से ही वो ट्रैक पर नहीं लौटी हैं।

अर्जुन अवॉर्ड के साथ मिली पुलिस की नौकरी

2018 में जीत के बाद उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अर्जुन अवार्ड दिया गया। फरवरी 2021 में उन्हें असम पुलिस में डीएसपी की पोस्ट दी गई।

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हिमा वो एथलीट रही हैं जिनके ट्रैक पर लौटने का इंतज़ार पूरा भारत कर रहा है और हाल ही में एक खबर ऐसी भी आई है कि हिमा जल्दी ही वापस ट्रैक पर आ सकती हैं और उनकी जल्दी रिकवरी की हम आशा करते हैं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

क्या हिमा दास ने तोड़ा मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड? फर्जी है यह दावा

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने यह दावा किया कि हिमा दास ने मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दावा यह भी है कि रिकॉर्ड तोड़ने के बावजूद देश का मीडिया यह खबर नहीं दिखा रहा है क्योंकि वह सवर्ण नहीं हैं.

हिमा दास द्वारा मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद भी उन्हें सम्मान नहीं दिया गया.

वायरल दावा

भारतीय धावक हिमा दास ने 2018 में विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (World Athletics U20 Championships) में महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था. इसके साथ ही वह एशियाई खेलों (Asian Games) में 2 स्वर्ण (गोल्ड) और एक रजत (सिल्वर) मेडल्स भी जीत चुकी हैं. हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 0.02 सेकंड के मामूली अंतर से मेडल से पदक लाने से चूंकने वाली हिमा दास ने भविष्य में अपने प्रदर्शन को बेहतर करने की बात कहते हुए अन्य पदक विजेताओं को बधाई दी है.

हिमा दास को लेकर पूर्व में भी कई तरह की फेक न्यूज़ वायरल हो चुकी हैं. हाल ही में एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया था कि हिमा दास ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण पदक जीत लिया है. Newschecker की पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ था.

इसी क्रम में सोशल मीडिया पर यह दावा वायरल हो रहा है कि हिमा दास को मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद भी सम्मान नहीं दिया गया क्योंकि वह सवर्ण नहीं हैं.

Fact Check/Verification

हिमा दास द्वारा मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस दावे की पड़ताल के दौरान हमने यह जानने का प्रयास किया कि फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर दिवंगत धावक मिल्खा सिंह तथा हिमा दास का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर क्या है. worldathletics.org नामक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, 200 मीटर दौड़ की श्रेणी में मिल्खा सिंह का व्यक्तिगत रिकॉर्ड (बेस्ट स्कोर) 20.7 सेकंड का है, जबकि हिमा दास का व्यक्तिगत रिकॉर्ड (बेस्ट स्कोर) 22.88 सेकंड का है. अगर 400 मीटर की दौड़ की बात करें तो इसमें मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड 45.6 सेकंड है, जबकि हिमा दास का रिकॉर्ड 50.79 सेकंड है.

worldathletics.org के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में मिल्खा सिंह के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों की सूची worldathletics.org के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में हिमा दास के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों की सूची

इसके अतिरिक्त, olympics.com वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार भी मिल्खा सिंह और हिमा दास के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों को लेकर उपरोक्त जानकारी से मिलती जुलती जानकारी प्राप्त हुई.

olympics.com के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में मिल्खा सिंह के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों की सूची olympics.com के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में हिमा दास के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों की सूची

वायरल दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर की पड़ताल के दौरान हमें यह जानकारी मिली कि यह तस्वीर, विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के दौरान 12 जुलाई, 2018 को हिमा दास के एक प्रदर्शन के दौरान खींची गई थी.

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि हिमा दास द्वारा मिल्खा सिंह का रिकॉर्ड तोड़ने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. मामूली अंतराल से 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में पदक पाने से वंचित रह गई हिमा दास ने फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर दिवंगत स्प्रिंटर का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा है.

Result: False

Our Sources

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: [email protected]

100 मीटर दौड़ में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाले अमलान बोरगोहेन कौन हैं?

100 मीटर दौड़ में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाले अमलान बोरगोहेन कौन हैं?

भारत के स्प्रिंटर अमलान बोरगोहेन ने 100 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। असम के 24 वर्षीय अमलान ने रायबरेली में आयोजित हुई 87वीं ऑल इंडिया इंटर-रेलवे एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10.25 सेकेंड के साथ छह साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। बता दें अमलान के नाम पुरुषों के 200 मीटर में भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है। उनके अब तक के सफर के बारे में जानते हैं।

अमिय कुमार मलिक का पिछला रिकॉर्ड टूटा

बीते सोमवार (29 अगस्त) को रायबरेली में आयोजित हुई चैंपियनशिप में अमलान ने अमिय कुमार मलिक का पिछला राष्ट्रीय रिकॉर्ड बहुत छोटे अंतर से तोड़ा है। अमिय मलिक ने 2016 में 10.26 सेकेंड के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम किया था। इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए अमलान ने अपने पिछले समय में 0.09 सेकेंड का सुधार किया है। इससे पहले 100 मीटर दौड़ में उनका सर्वश्रेष्ठ समय 10.34 सेकेंड था।

अन्य स्पर्धाओं में इन खिलाड़ियों ने जीती दौड़

हिमाश्री रॉय ने 11.42 सेकेंड में महिलाओं की 100 मीटर दौड़ जीती जबकि आर राजेश ने 46.73 सेकेंड और किरण पहल ने 53.91 सेकेंड के साथ क्रमशः पुरुषों और महिलाओं की 400 मीटर का खिताब अपने नाम किया।

200 मीटर दौड़ में भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं अमलान

अमलान ने भारत के सफल स्प्रिंटर्स में खुद को स्थापित किया है। इससे पहले उनके नाम 200 मीटर दौड़ का भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। ये रिकॉर्ड उन्होंने इस साल अप्रैल में कोझिकोड में आयोजित हुए 25वें नेशनल फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स में 20.52 सेकंड का समय निकालते हुए बनाया था। अमलान ने ओलंपियन मोहम्मद अनस याहिया द्वारा बनाए गए 20.63 सेकेंड के समय को पीछे छोड़कर अपना नाम दर्ज करवाया था।

फुटबॉलर बनना चाहते थे अमलान

अमलान फुटबॉलर बनना चाहते थे, लेकिन लगातार चोटों से जूझते रहते थे, जिसके बाद उनकी मां ने उन्हें फुटबॉल छोड़ने के लिए कहा। बोरगोहेन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था, "मेरी मां ने मुझे दूसरा खेल चुनने या खेल को पूरी तरह से छोड़ने के लिए कहा। फुटबॉल खेलने का अब कोई विकल्प नहीं था। यह एक कठिन निर्णय था।" अमलान फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बड़े फैन हैं।

न्यूजबाइट्स प्लस

100 मीटर दौड़ का विश्व रिकॉर्ड जमैका के उसैन बोल्ट के नाम दर्ज है। उन्होंने 2009 में बर्लिन में आयोजित हुई विश्व चैंपियनशिप में 9.58 सेकेंड के समय के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया था।

जेम्स हिलियर की देखरेख में अमलान ने किया कमाल

25 अप्रैल, 1998 को जन्में अमलान की पहली उपलब्धि हैदराबाद जूनियर्स इंटर-डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप थी जहां उन्होंने राज्य स्तर के लिए क्वालीफाई किया और 100 मीटर दौड़ में अपना पहला स्वर्ण अर्जित किया। इसके बाद अमलान देश भर में कई राष्ट्रीय स्तर की जूनियर चैंपियनशिप में पदक जीतने में सफल रहे हैं। उनकी सफलता के पीछे भुवनेश्वर स्थित एथलेटिक्स हाई-परफॉर्मेंस सेंटर के मुख्य कोच जेम्स हिलियर का बड़ा योगदान रहा, जिन्होंने उसे 2019 में देखा और उनकी प्रतिभा को निखारा है।

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